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यूपीडा के सीईओ अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य प्रगति पर है और इस एक्सप्रेस वे के मुख्य मार्ग पर अगले वर्ष यानी 2020 में यातायात शुरू हो जाएगा।
लखनऊ: यूपीडा के सीईओ अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य प्रगति पर है और इस एक्सप्रेस वे के मुख्य मार्ग पर अगले वर्ष यानी 2020 में यातायात शुरू हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि परियोजना का निर्माण कार्य अनुबन्धित अवधि 36 माह के स्थान पर 30 माह में पूर्ण कराया जाना लक्षित किया गया है। इसके साथ ही मेन कैरिजवे कार्य 24 माह में पूर्ण करने का लक्ष्य है।
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दरअसल, इन दिनों पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। अब तक 34 अंडरपास और 242 बॉक्स कल्वर्ट्स का निर्माण पूर्ण हो चुका है, साथ ही मेजर ब्रिज, माइनर ब्रिज व आर.ओ.बी का निर्माण कार्य जारी है। वर्ष 2020 में इस एक्सप्रेसवे के मुख्य-मार्ग को खोलने की योजना है।
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उल्लेखनीय है कि कुल लम्बाई (340.824 किमी.) का लगभग 20 प्रतिशत से अधिक भौतिक कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 30 अक्टूबर 2019 तक 97 प्रतिशत से अधिक क्लियरिंग व ग्रबिंग का कार्य तथा 58 प्रतिशत से अधिक मिट्टी का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
इसके साथ ही 98 प्रतिशत से अधिक जमीन क्रय/अधिग्रहित की जा चुकी है, शेष जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
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इससे पहले दिनांक 12 अक्टूबर को यूपीडा के सीईओ अवनीश कुमार अवस्थी ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की समीक्षा लोक भवन में की थी। इस बैठक में अवस्थी ने यूपीडा के अधिकारियों व निर्माण कम्पनियों के सम्बंधित प्रतिनिधियों को निर्देश देते हुए कहा कि निर्माणकार्य में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखते हुए कार्य मे तेजी लाई जाए तथा निर्माण कार्य में आ रही बाधाओं का निराकरण शीघ्र किया जाए।
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इसके साथ ही अवस्थी ने कहा कि कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस बैठक में यूपीडा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निर्माण कम्पनियों के प्रतिनिधि एवं यूपीडा द्वारा प्रोजेक्ट मानीटरिंग के लिए सम्बद्ध की गयी कम्पनी राइट्स इण्डिया लि. की टीम भी मौजूद थी।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-731 लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (ग्राम-चाँदसराय) से प्रारम्भ होकर जनपद-बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ होते हुए जनपद-गाजीपुर (ग्राम-हैदरिया) में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-31 पर समाप्त होता है।
इस एक्सप्रेसवे की कुल लम्बाई-340.824 किमी. है, जिसके निर्माण के लिये एक्सप्रेसवे को 08 पैकेजों में विभक्त किया गया है। यह एक्सप्रेसवे 06 लेन चौड़ा व 08 लेन में विस्तारणीय है। इन 08 पैकेजों के ई.पी.सी. कॉन्ट्रेक्टर क्रमशः मेसर्स गायत्री प्रोजेक्ट्स लि.(पैकेज 01 व 02), ऐप्को इन्फ्राटेक प्राइवेट लि.(पैकेज 03), जी. आर. इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स लि.(पैकेज 04 व 07), पी.एन.सी. इन्फ्राटेक लि. (पैकेज 05 व 06) तथा ओरियन्टल स्ट्रक्चर्स प्राइवेट लि.(पैकेज 08) हैं।
गुणवत्ता पर विशेष ध्यान...
निर्माण कार्यों के पर्यवेक्षण तथा गुणवत्ता को सुनिश्चित किये जाने हेतु पैकेज 01 से 04 के लिये एजिस इण्डिया कन्सलटेन्ट इन्जीनियर्स प्राइवेट लि. तथा पैकेज 05 से 08 के लिये आयशा इन्जीनिरिया आरक्टिेक्चुरा अथॉरिटी इन्जीनियर के रूप में नियुक्त किये गये हैं।
यूपीडा की ओर से कार्यों के पर्यवेक्षण हेतु प्रत्येक पैकेज के लिये एक-एक पी.आई.यू. भी स्थापित किये गये हैं। उक्त 08 पैकेजों की कुल अनुबन्धित लागत रू0 11,216.11 करोड़ है।