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यूपी में उत्सव: जन्माष्टमी और गणेश पूजा की तैयारी, दिए गए ये निर्देश...
जिले में कोरोना महामारी का संक्रमण दिन प्रतिदिन फैलने के कारण सार्वजनिक कार्यक्रमों से बचने का प्रयास जिला प्रशासन और आम समाज कर रहा है।
अयोध्या: जिले में कोरोना महामारी का संक्रमण दिन प्रतिदिन फैलने के कारण सार्वजनिक कार्यक्रमों से बचने का प्रयास जिला प्रशासन और आम समाज कर रहा है। इसी श्रृंखला में भादो माह में मनाई जाने वाली कृष्ण जन्माष्टमी व गणेश पूजा के दृष्टिगत आज जिलाधिकारी अयोध्या अनुज कुमार झा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में श्री कृष्ण व गणेश पूजा की कमेटियों के साथ बैठक संपन्न की गयी।
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बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड-19 के मेडिकल प्रोटोकॉल के तहत भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पारित दिशा-निर्देशों के क्रम में इस वर्ष किसी प्रकार के सार्वजनिक स्थलों पर जुलूस, शोभायात्रा, भण्डारा, भोज इत्यादि पूर्णतः प्रतिबन्धित रहेगा। साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर कोई भी पण्डाल अश्या भूर्ति स्थापित नहीं की जायेगी।
5 से अधिक व्यक्तियों की उपस्थित नहीं
उन्होंने बताया कि सभी मंदिरों में पूर्व की भांति पूजा इत्यादि होगी परंतु एक समय में 5 से अधिक व्यक्तियों की उपस्थित नहीं होगी। बैठक में जिलाधिकारी ने सार्वजनकि स्थलों एवं मंदिरों पर किसी प्रकार का अलग से लाउडस्पीकर डीजे नहीं लगाए जाने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति संगठन इन पर्वो पर गुलाल, अबीर आदि एक दूसरे पर नहीं फेकेगा एवं सार्वजनिक रूप से विसर्जन नहीं किया जायेगा। मीटिंग में पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर), अपर पुलिस अधीक्षक नगर/ग्रामीण, विद्युत, नगर निगम, पंचायत आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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पूजा समिति के पदाधिकारियों में मनोज जायसवाल, विजय गुप्ता, पी०एन० राय, गंगन जायसवाल, सुप्रीत कपूर, भरत गुप्ता, राम गोपाल जायसवाल आदि उपस्थित रहें। सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि इन पर्वों के दृष्टिगत अपने से सम्बन्धित कायों को आयोजकों से समन्वय स्थापित कर ससमय पूर्ण करा लें।
उल्लेखनीय है कि जन्माष्टमी का कार्यक्रम तो यहां काफी अरसे से मनाया जा रहा था लेकिन इधर कई वर्षों से बड़े जोर शोर से गणेश पूजा का आयोजन किया जाता था शहर से लेकर गांव तक गणेश पूजा को लेकर काफी उत्साह होता था और विसर्जन कार्यक्रम भी बड़े पैमाने पर जुलूस निकालकर किया जाता था लेकिन इस बार श्रद्धालुओं को गणेश पूजा पर की जाने वाली झांकी जन्माष्टमी के दौरान सजाने वाली झांकियां मात्र एक औपचारिक बनकर रह जाएंगी जिसके लिए करो ना जैसी महामारी प्रमुख है।
रिपोर्ट: नाथ बख्श सिंह
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