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Azamgarh News: आई फ्लू का बढ़ रहा प्रकोप, आंखों में जलन व खुजली से बच्चे भी हुए परेशान, डॉक्टर ने दी ये सलाह

Azamgarh News: नेत्र सर्जन डॉक्टर बी.आर. चैधरी ने बताया, इस बार बरसात अधिक होने से आई फ्लू यानी कंजेक्टिवाइटिस रोग तेजी से फैल रहा है। इसकी चपेट में हर उम्र के लोग आ रहे हैं।

Shravan Kumar
Published on: 29 July 2023 10:37 AM GMT
Azamgarh News: आई फ्लू का बढ़ रहा प्रकोप, आंखों में जलन व खुजली से बच्चे भी हुए परेशान, डॉक्टर ने दी ये सलाह
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आजमगढ़ में आई फ्लू का बढ़ रहा प्रकोप: Photo- Social Media

Azamgarh News: बारिश और उमस के बीच आजमगढ़ में बीमारियां बढ़ने लगी हैं, अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले कुछ दिनों से आई फ्लू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। एक दूसरे के संपर्क में आने से बच्चों में आई फ्लू का संक्रमण तेजी से बढ़ा है।

बच्चों को लेकर अभिभावक परेशान-

जानकारी के अनुसार जिन स्कूलों में विद्यार्थियों को आई फ्लू की शिकायत मिल रही है। उन्हें अध्यापक वापस घर भेज रहे हैं। बच्चों के संक्रमित होते ही परिवार के सदस्य भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ने पर सरकारी और निजी स्कूल संचालकों ने अभिभावकों से अपील की है कि बच्चों की आंख लाल होने, जलन और खुजली होने पर अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेजें। इससे दूसरे बच्चे आई फ्लू के संक्रमण की चपेट में आने से बच सकते हैं।

बच्चों को ज्यादा तकलीफ हो रही है-

नेत्र सर्जन डॉक्टर बी.आर. चैधरी ने बताया कि विभाग की ओर से आई फ्लू को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है। उन्होंने बताया कि इस बार बरसात अधिक होने से आई फ्लू यानी कंजेक्टिवाइटिस रोग तेजी से फैल रहा है। इसकी चपेट में हर उम्र के लोग आ रहे हैं। बच्चों को अधिक परेशानी हो रही है।

बच्चों को स्कूल न जाने की दी सलाह-

वैसे चिंता करने की जरूरत नहीं है। कुछ दिनों में यह रोग ठीक हो जाता है। आंखों को ठंडे पानी से निरंतर साफ करते रहे। संक्रमण न फैले इसके लिए रोगी से दूरी बनाकर रखंे। काले चश्मे का इस्तेमाल करें। चिकित्सक के परामर्श के बाद ही दवा का इस्तेमाल करें। स्कूल संचालकों ने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि आई फ्लू की शिकायत होने पर बच्चे को स्कूल न भेजें।

क्या है आई फ्लू-

आई फ्लू यानी कंजंक्टिवाइटिस को “पिंक आई” के रूप में भी जाना जाता है। यह एक संक्रमण है, जो कंजंक्टिवा की सूजन का कारण बनता है। कंजंक्टिवा क्लियर लेयर होती है, जो आंख के सफेद भाग और पलकों की आंतरिक परत को कवर करती है। मानसून के दौरान, कम तापमान और हाई ह्यूमिडिटी के कारण, लोग बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी के संपर्क में आते हैं जो एलर्जिक रिएक्शन और आई इंफेक्शन जैसे कंजंक्टिवाइटिस का कारण बनते हैं।

बार-बार आंखों को न छुएं-

आई फ्लू के ये हैं लक्षण-

लालपन, सूजन, खुजली, जलन, रोशनी के प्रति संवेदनशीलता, सफेद चिपचिपा पदार्थ निकलना सामान्य से अधिक आंसू आना।

ये बरतें सावधानी-

आंखों को बार-बार छूने से बचें, आंखों को साफ करने के लिए टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें, हाथ मिलाने से बचें, आंखों को छूने के बाद साबुन से हाथ जरूर धो लें। सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें, रुमाल से आंख साफ करते समय उस हिस्से को हाथ से ना छुएं जिस हिस्से से आंख साफ की है।

तहसीलदार अरुण कुमार वर्मा बच्चे सहित चपेट में-

तहसीलदार अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि मेरे 3 वर्षीय बच्चे को आंख में सूजन व लाल थी। नेत्र चिकित्सक डॉ. बीआर चैधरी को दिखाया तो उन्होंने बताया कि आई फ्लू तेजी से बढ़ रहा है। परिवार में सावधानी बरतने की जरूरत है। तत्पश्चात तहसीलदार अरुण कुमार वर्मा भी आई फ्लू का शिकार हो गए हैं।

Shravan Kumar

Shravan Kumar

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