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Azamgarh News: कंट्रोल रूम में आया फोन! महुला गढ़वल बांध पहुंची टीम, डूब रहे युवक को बचाया
Azamgarh News: आजमगढ़ कलेक्ट्रेट परिसर सभागार में गुरुवार सुबह जिले के अधिकारी बैठे हुए थे। तभी कंट्रोल रूम में फोन आया कि घाघरा में आई बाढ़ के पानी में एक डूब रहा है।
Azamgarh News: आजमगढ़ कलेक्ट्रेट परिसर सभागार में गुरुवार सुबह जिले के अधिकारी बैठे हुए थे। तभी कंट्रोल रूम में फोन आया कि घाघरा में आई बाढ़ के पानी में एक डूब रहा है। इसके बाद कलेक्ट्रेट में बैठे सभी अधिकारी अपनी गाड़ियों में बैठे और महुला-गढ़वल को रवाना हो गए। यह कार्रवाई मॉकड्रिल को लेकर की जा रही थी। घाघरा से आने वाली बाढ़ के दौरान जन, धन की हानि को कम करने के लिए गुरुवार को कलेक्ट्रेट से लेकर महुला गढ़वल बांध तक मॉकड्रिल का आयोजन किया गया।
एनडीआरएफ की टीम ने दिया प्रशिक्षण
इस दौरान एनडीआरएफ की टीम ने बाढ़ के दौरान किए जाने वाले बचाव कार्यों का प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर जिले के आला अधिकारी भी मौजूद थे। कलेक्ट्रेट से निकलकर टीम सीधे महुला गढ़वल बांध पहुंची। जहां उसने नदी में डूब रहे युवक को पानी से बाहर निकाला। इसके बाद मौके पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उक्त युवक का उपचार किया। मॉकड्रिल में जनपद के साथ ही तहसील स्तरीय कर्मचारियों के साथ सभी एसडीएम शामिल हुए।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा मॉकड्रिल का आयोजन
प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए निर्देश के क्रम में एवं जिलाधिकारी के मार्ग निर्देशन पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र तहसील सगड़ी में गांगेपुर, सहबदिया सुल्तानपुर, महुला में डिप्टी इन्सीटेन्ट कमाण्डर अपर जिलाधिकारी आजाद भगत सिंह के नेतृत्व में जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण आजमगढ़ द्वारा मॉक ड्रिल कराई गई। इस अवसर पर स्टेजिंग एरिया पं. नगीना कॉलेज ऑफ फार्मेसी जोकहरा सगड़ी में सभी संबंधित विभाग, पीडब्ल्यूडी, पुलिस, पीएसी, अग्निशमन, स्वास्थ्य, राजस्व, विद्युत, शिक्षा, पशु चिकित्सा, विकास विभाग, पंचायती राज विभाग आदि के प्रभारी अधिकारी अपने-अपने सहयोगी कर्मचारियों के साथ संसाधनों सहित उपस्थित रहे। जिसमें इंसीडेन्ट कमाण्डर द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों को विभिन्न इंसीडेन्ट लोकेशनों पर मॉक ड्रिल के अन्तर्गत आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए इंसीडेन्ट लोकेशन पर तत्काल पहुंचने के लिए कहा।
अपर जिलाधिकारी ने इन्सीडेन्ट लोकेशन गांगेपुर में मॉक ड्रिल के अन्तर्गत ग्रामीणों को बाढ़ के पानी बढ़ने की सूचना प्रदान करते हुए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित कराये जाने के लिए विभिन्न विभागों के रिस्पॉन्सिबल आफिसर को निर्देश दिये। उन्होंने संबंधित लेखपाल को निर्देश दिए कि जिन ग्रामों में बाढ़ का पानी बढ़ने की संभावना हैं, उन ग्रामों में क्या-क्या रिसोर्स उपलब्ध हैं, उसकी पहले से ही सूची बना लें और बाढ़ के दौरान राहत कार्यां में सहयोग प्रदान करने के लिए वॉलेन्टियरों की टीम बना ली जाए।