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मोदी सरकार के खिलाफ सपा का हल्ला बोल, बूट पॉलिश-पकौड़े तलकर हुआ विरोध

आज सैकड़ो की संख्या में सपा कार्यकर्ताओं ने तहसील परिसर में प्रदेश व केंद्र सरकार के विरूद्ध नारेबाजी की और अपना विरोध जताया।

Newstrack
Published on: 21 Sept 2020 4:20 PM IST
मोदी सरकार के खिलाफ सपा का हल्ला बोल, बूट पॉलिश-पकौड़े तलकर हुआ विरोध
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बागपत: तीन अध्यादेश, बेरोजगारी व किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर पूरे प्रदेश में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के दिशानिर्देश पर सपा कार्यकर्ताओं ने हल्ला बोल रखा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, बागपत, शामली में भी सैकड़ो सपा कार्यकर्ताओं ने अलग अलग तहसीलों में प्रदर्शन किया। इस दौरान जनपद बागपत के बड़ौत तहसील परिसर में सपा कार्यकर्ता बूट पोलिश व ठेलों पर पकौड़ी तलते हुए भी नज़र आये।

सपा का सरकार के खिलाफ प्रदर्शन

SP Protest सपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन (फाइल फोटो)

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आज सैकड़ो की संख्या में सपा कार्यकर्ताओं ने तहसील परिसर में प्रदेश व केंद्र सरकार के विरूद्ध नारेबाजी की और अपना विरोध जताया। सपाई कार्यकर्ताओं का कहना है कि जो अध्यादेश सरकार लेकर आ रही है वह किसानों के खिलाफ है। सरकार किसान विरोधी है। युवा विरोधी है।

SP Protest सपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन (फाइल फोटो)

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इसीलिए आज पूरे देश का किसान और सपा कार्यकर्ता सड़कों पर हैं। युवा बेरोजगार घूम रहा है, नौजवानों के अपने भविष्य की चिंता हो रही है और देश के प्रधानमंत्री लोगो से पकोड़े तलने को कह रहे हैं। इसीलिए हमने भी आज पकौड़ों को तलकर और बूट पॉलिश करते हुए अपना विरोध प्रदर्शन किया।

सरकार कर रही किसानों का शोषण

SP Protest सपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन (फाइल फोटो)

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उन्होंने कहा उनके गन्ने का भुगतान समय से नहीं किया जाता किसान भुखमरी की कगार पर खड़ा है। एक ओर सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है दूसरी ओर किसानों का शोषण कर रही है। किसानों के साथ अन्याय हो रहा है। सरकार किसान विरोधी, छात्र विरोधी, युवा विरोधी, मजदूर विरोधी, व्यापारी विरोधी है।

SP Protest सपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन (फाइल फोटो)

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भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है और कानून का चीर हरण हो रहा है। उन्होंने कहा कि यदि अध्यादेश वापिस नहीं लिया गया तो किसानों का शोषण होगा। किसान अपने ही खेत मे मजदूर होगा। यदि सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नही किया तो वे लोग आगे की रणनीति तय कर एक बड़े आंदोलन की शुरुआत करेंगे। इसके पश्चात उन्होंने अपनी मांगों को रखते हुए एक ज्ञापन एसडीएम बड़ौत को सौपा है।

रिपोर्ट- पारस जैन

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