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Balrampur News: 1857 क्रांति की वीरांगनाओं के जीवन पर आधारित गोष्ठी एक श्रृंखला "ज़रा याद उन्हें भी कर लो" का हुआ आयोजन
Balrampur News: जिले में छात्र-छात्राओं के चहुर्मुखी विकास व बौद्धिक स्तर को ऊंचा उठाने को लेकर गोष्ठी का आयोजन हुआ।
Balrampur News: जिले में छात्र-छात्राओं के चहुर्मुखी विकास व बौद्धिक स्तर को ऊंचा उठाने को लेकर गोष्ठी का आयोजन हुआ। वहीं राष्ट्रनायकों, युग पुरुषों के जीवन और उनके संघर्षों से परिचित कराने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के पचपेड़वा स्थित जेएसआई स्कूल में एक श्रृंखला "ज़रा याद उन्हें भी कर लो" की शुरुआत की गई है। कार्यक्रम में युग पुरुषों और महानायकों के जीवन से बच्चों को रूबरू कराया गया। कार्यक्रम में 1857 की क्रांति की वीरांगना अवध की महान क्रन्तिकारी बेगम हजरत महल के अंग्रेज़ों के खिलाफ किये गए संघर्षों की चर्चा की गयी।
इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि साक्षी अग्रवाल ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि बेगम हजरत महल 1857 की क्रांति की पहली महिला थीं। जिन्होंने सेना की कमान संभाली थी। साक्षी अग्रवाल ने कहा कि पहली जंगे आज़ादी के दौर की वीरांगना थीं। बेगम हजरत महल देश के प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम 1857 की महान क्रांति में उन्होंने अंग्रेजों से मोर्चा लिया और अंत तक लड़तीं रहीं। उन्होंने अंग्रेजों के सामने कभी घुटने नहीं टेके और न ही अपना सिर झुकाया। वो चाहतीं तो लाखों रुपए की पेंशन और अपना महल वापस लेकर बाकी ज़िन्दगी आराम से गुज़ार सकतीं थीं। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
फाउंडर प्रबंधक सगीर ए खाकसार ने कहा कि नेपाल की राजधानी काठमाण्डू में बेगम हजरत महल की मजार है। खाकसार ने कहा कि 1857 की क्रांति से नेपाल के तार भी जुड़े हुए हैं। इस महान क्रांति में बेगम हजरत महल के तमाम मददगार नेपाल की तराई से योजनाएं बनाते थे। अंग्रेजों से मोर्चा लेते थे। 1857 की क्रांति में नेपाल के तराई वासियों ने भी अपनी महती भूमिका निभाई थी। सीमित संसाधन और प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद तराई का यह समूचा भू-भाग 1857 की महान क्रांति में शामिल था।
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इस अवसर पर रमेश श्रीवास्तव,रवि प्रकाश श्रीवास्तव, किशन श्रीवास्तव, कपिल,रमेश थंझकिशोर श्रीवास्तव, सुशील यादव, मुदास्सिर अंसारी, इमरान खान, सलमान,सचिन मोदनवाल, शमा, नेहा खान, वंदना चौधरी, शारीबा खातून, अंजलि कसौधन, दीपा बाल्मीकि, अंजलि कन्नौजिया आदि लोग मौजूद रहे।