TRENDING TAGS :
Barabanki News: चंद्रयान-3 की लैंडिंग को लेकर स्कूली बच्चे उत्साहित, बच्चे को रॉकेट की शक्ल में किया खड़ा
Barabanki News: कॉन्वेंट स्कूल में चंद्रयान 3 की लैंडिंग से पहले खुशी का माहौल दिखा। इस कॉन्वेंट स्कूल में छात्र-छात्राओं ने चंद्रयान की डिजाइन में रंगोली बनाई।
Barabanki News: चंद्रयान-3 की लैंडिंग को लेकर बाराबंकी जिले में स्कूली बच्चे काफी उत्साहित दिख रहे हैं। यहां कई स्कूलों में छात्र-छात्राएं चंद्रयान डे मना रहे हैं। जिले के एक कॉन्वेंट स्कूल में चंद्रयान 3 की लैंडिंग से पहले खुशी का माहौल दिखा। इस कॉन्वेंट स्कूल में छात्र-छात्राओं ने चंद्रयान की डिजाइन में रंगोली बनाई। एक बच्चे को रॉकेट की शक्ल में खड़ा किया गया और उसका उदाहरण देकर अन्य बच्चों को चंद्रयान के लैंडर के बारे बताया गया।
कार्यशाला का हुआ आयोजन
शिक्षकों ने प्रोजेक्टर लगाकर एस्ट्रोनॉमी की वर्कशॉप आयोजित की और सभी छात्र-छात्राओं को इसकी जानकारी दी। स्कूल की छात्रा ने बताया कि हम लोग चंद्रयान डे सेलिब्रेट कर रहे हैं। हम लोगों ने चंद्रयान-3 का मॉडल बनाया है, रंगोली बनाई है। हमारा चंद्रयान जल्द से जल्द चंद्रमा पर उतरे, यही प्रार्थना है।
आज शाम रचेगा इतिहास
भारत का चंद्रयान-3 इस वक्त पूरी दुनिया की सुर्खियों में है। ऐसा इसलिए क्योंकि आज 23 जुलाई को भारतीय स्पेस एजेंसी यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इतिहास रचने जा रहा है। चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर आज शाम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर कदम रखेगा। इसरो ने कहा है कि मिशन तय समय पर होगा। चंद्रयान 3 की चंद्रमा पर लैंडिंग को लेकर इसका सीधा प्रसारण यूपी के स्कूलों और मदरसों में किया जाएगा। इस ऐतिहासिक मौके पर देशभर के स्कूली बच्चों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। खासकर विज्ञान के छात्रों को बड़ी बेकरारी के साथ चंद्रयान-3 की लैंडिंग का इंतजार हैं।
बच्चों को समझाया गया चंद्रयान का स्वरूप
बाराबंकी जिले में स्कूली छात्र-छात्राएं चंद्रयान-डे मना रहे हैं। जिले के एक कॉन्वेंट स्कूल में बच्चों ने चंद्रयान की रंगोली बनाई, रॉकेट का मॉडल, स्पेस लैंडर और चंद्रमा पर उतरने के बाद कैसा रहेगा चंद्रयान 3 का रूप, उसे भी दिखाया। एक बच्चे को रॉकेट की शक्ल में खड़ा किया गया। शिक्षकों ने प्रोजेक्टर लगाकर एस्ट्रोनॉमी की वर्कशॉप आयोजित की और सभी छात्र-छात्राओं को इसकी जानकारी दी। रंगोली और मॉडल बनाने वाली छात्रा अंशिका रावत ने बताया कि चंद्रयान-3 के मॉडल से दूसरे बच्चों को काफी कुछ सीखने को मिल रहा है।