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Crime Rate in UP: महिलाओं पर घटा क्राइम, यूपी का यह जिला रहा टॉप पर
Women's Crime Rate in UP: महिलाओं और बच्चियों के साथ देश भर में हो रहे अपराध दिन पर दिन बढ़ रहें है। उत्तर प्रदेश राज्य ने सभी महिलाओं और बच्चियों को एक बड़ी खुशखबरी और राहत की सांस दी है। महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ अपराध मिटाने और उनके नियंत्रण में उत्तर प्रदेश राज्य दूसरे स्थान पर है।
Women's Crime Rate in UP: महिलाओं और बच्चियों के साथ देश भर में हो रहे अपराध दिन पर दिन बढ़ रहें है। उत्तर प्रदेश राज्य ने सभी महिलाओं और बच्चियों को एक बड़ी खुशखबरी और राहत की सांस दी है। उत्तर प्रदेश राज्य भारत देश में महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ हो रहे अपराध के निस्तारण में दूसरे स्थान पर है। यूपी सरकार और पुलिस के जुड़े प्रयासों से महिलाओं के खिलाफ हो रहें अपराध को मिटाने में सरकार और जनता को सकारात्मक प्रयास देखने को मिले हैं।
अपराध नियंत्रण में उत्तर प्रदेश का दूसरा स्थान
महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ अपराध मिटाने और उनके नियंत्रण में उत्तर प्रदेश राज्य दूसरे स्थान पर है। योगी सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस नीति के माध्यम से अपराधों को रोकने के लिए सभी अपराधियों के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी करवाई होती है। महिला और बाल सुरक्षा केंद्र १०९० लखनऊ में सभी बच्चियों के खिलाफ हो रहें अपराध का तुरंत संज्ञान ले कर उसे पूर्ण रूप से मिटाया जाता है।
महिलाओं के खिलाफ हो रहें अपराधों में मिला सकारात्मक परिणाम
योगी आदित्यनाथ के साथ हुई एक समीक्षा बैठक में महिला एवं बाल सुरक्षां विभाग के अधिकारियों ने डाटा के अनुसार बताया की 6 जुलाई तक महिला दुष्कर्म और पोक्सो के अपराधों को मिटाने में लगभग 98 प्रतिशत तक सफलता हासिल की है। 98 प्रतिशत तक महिलाओं और बच्चों पर हुए अपराधों का निस्तारण किया गया है। इन अपराधों के निस्तारण में देश में प्रथम स्थान पर दादरा और नगर हवेली है जहाँ 98 प्रतिशत से अधिक मामलों पर संज्ञान लिया गया है।
उत्तर प्रदेश में अपराध निस्तारण में भदोही शहर प्रथम स्थान पर
उत्तर प्रदेश राज्य में भदोही शहर प्रथम स्थान पर है। यहाँ सबसे अधिक महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ हुए अपराधों का निस्तारण किया गया है। भदोही में बीते 6 जुलाई तक 200 से अधिक मामले दर्ज किये गए है और सभी का पूर्ण रूप से निस्तारण कर महिलाओं को समस्या से निजाद दिलाया गया है। प्रदेश में दूसरा और तीसरा स्थान मऊ एवं बलरामपुर को प्राप्त हुआ है। मऊ शहर में कुल 659 मामले दर्ज हुए जिसमे 656,लगभग 98 प्रतिशत मामलों का पूर्ण निस्तारण हुआ है। पोक्सो एक्ट के मामलों में निस्तारण होने में लगभग 73 प्रतिशत के साथ उत्तर प्रदेश का पांचवा स्थान दर्ज किया गया है। वही दूसरी ओर पोक्सो एक्ट के लंबित अर्थात लटके हुए मामलों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है।
लंबित मामलों में हो तेजी
योगी आदित्यनाथ के साथ हुई समीक्षा बैठक में उन्होंने महिला एवं बाल सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को महिलाओं एवं बच्चियों के खिलाफ हो रहे अपराध के सभी लंबित मामलों में तेज़ी बरतने को कही है। पुलिस और सरकार को मिल कर यह सुनिश्चित करना है की कोई भी अपराध का मामला लंबित न रहे और उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में अपराधों के 100 प्रतिशत निस्तारण हो।