बड़ी खबर: प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग लैब की संख्या बढ़कर हुई 26

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना मरीजों की रिकवरी दर लगभग 30 प्रतिशत है, जबकि उत्तर प्रदेश में यह दर लगभग 43 प्रतिशत है।

Vidushi Mishra
Published on: 9 May 2020 1:20 PM GMT
बड़ी खबर: प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग लैब की संख्या बढ़कर हुई 26
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लखनऊ। कोरोना संक्रमण से जुझ रहे यूपी में मरीजों की संख्या कभी घट जाती है तो कभी बढ जाती है। वैसे इस समय प्रदेश के 62 जनपदों में 1800 मामले एक्टिव हैं। अब तक 1399 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। अब तक प्रदेश के 68 जिलों से 3266 कोरोना पाॅजिटिव के मामले सामने आए हैं।

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1864 लोगों को आइसोलेशन वार्ड

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना मरीजों की रिकवरी दर लगभग 30 प्रतिशत है, जबकि उत्तर प्रदेश में यह दर लगभग 43 प्रतिशत है।

उन्होंने बताया कि कल 334 पूल टेस्ट किये गये, जिनमें 25 पूल पाॅजिटिव पाये गये। 1864 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है तथा 8,722 लोगों को फैसिलिटी क्वारेंटाइन में रखा गया है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग लैब की संख्या बढ़कर 26 हो गयी है। उन्होंने बताया कि निजी एवं सरकारी लैब में की गई जांचों को मिलाकर प्रदेश में अब तक 1,24,791 कोरोना के टेस्ट किये जा चुके हैं।

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सरकारी चिकित्सालयों में 29,193 बेड

उन्होंने बताया कि प्रदेश में एल-1, एल-2 एवं एल-3 अस्पतालों में कुल 53,459 बेड की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गयी है, जिसमें राजकीय, निजी मेडिकल कालेजों में 24,266 बेड तथा सरकारी चिकित्सालयों में 29,193 बेड उपलब्ध है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि गर्मी व बरसात के मौसम में संचारी रोगों के प्रसार की सम्भावना रहती है। इसे ध्यान में रखकर संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण आवश्यक है।

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समग्र कार्ययोजना तैयार

मलेरिया, डेंगू सहित विभिन्न संचारी रोगों की प्रभावी रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। उन्होंने इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, ग्राम्य विकास, नगर विकास, पंचायती राज, बाल विकास, महिला कल्याण आदि विभाग को एक समन्वित व समग्र कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा है कि निराश्रित गौ-वंश के संरक्षण के लिए संचालित गौ-आश्रय स्थलों को आय से जोड़ते हुए गोबर से कम्पोस्ट बनाकर खेतों में इस खाद का उपयोग किया जाए।

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