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UP में बड़ा घोटाला: गरीब किसानों के नाम पर करोड़ों की लूट, सामने आई सच्चाई

जैसे-जैसे प्रदेश की योगी सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर रही है जा रही है वैसे वैसे रोज नित्य घोटाले सामने आ रहे हैं। बलरामपुर में किसान सम्मान निधि एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है।

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Published on: 12 Sep 2020 7:47 AM GMT
UP में बड़ा घोटाला: गरीब किसानों के नाम पर करोड़ों की लूट, सामने आई सच्चाई
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UP में बड़ा घोटाला: गरीब किसानों के नाम पर करोड़ों की लूट, सामने आई सच्चाई (file photo)

लखनऊ: जैसे-जैसे प्रदेश की योगी सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर रही है जा रही है वैसे वैसे रोज नित्य घोटाले सामने आ रहे हैं। बलरामपुर में किसान सम्मान निधि एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इसमें ऐसे लोगों को किसान सम्मान निधि का लाभ दिया जा रहा है जो इस दुनिया में नहीं हैं।

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मामले का खुलासा तब हुआ जब एक व्यक्ति ने इसकी शिकायत की

मिली जानकारी के अनुसार बलरामपुर जिले में करीब ढाई लाख किसानों को सम्मान निधि दिए जाने का सरकारी विभाग दावा कर रहा है लेकिन जिन लोगों को सम्मान निधि दिए जाने की बात कही गई है वह लोग इस दुनिया में है ही नहीं। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक व्यक्ति ने इसकी शिकायत की। इस मामले में जब जांच की गई तो पता चला कि 740 ऐसे किसानों को इसका लाभ दिया जा रहा था जो मृत हो चुके है।

agriculture farming (social media)

इस फर्जीवाड़े में 67 ऐसे किसान भी शामिल हैं

यह बात यहीं तक सीमित नहीं है बल्कि इस फर्जीवाड़े में 67 ऐसे किसान भी शामिल हैं जिनका नाम पता आधार कार्ड और बैंक खाते में रजिस्ट्रेशन अलग-अलग तरह से करा कर विभागीय मिलीभगत से इसका सत्यापन भी हो गया। इसके बाद इन लोगों को इसका लाभ भी मिलने लगा। हालत यह हो गई कि एक किसान को दो दो जगह से उसके खाते में पैसा पहुंचने लगा इस मामले मेजर पड़ताल की गई तो 2000 ऐसे किसान भी सामने आए जिन्होंने फर्जी आवेदन पत्रों से लाभ लेना शुरू कर दिया। जबकि उनका खाते और आधार कार्ड से मिलान नहीं हो पाया था ।

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देशभर में किसानों की यह सबसे बड़ी योजना पिछले साल फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू की थी। योजना के तहत हर किसान को दो 2000 रूपए की 3 किस्ते यानी कि कुल 6000 एक साल में मिलना होता है। अब यह बड़ा फर्जीवाड़ा आने के बाद कृषि विभाग इस मामले को दबाने की कोशिश में जुटा हुआ है और कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

श्रीधर अग्निहोत्री

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