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PM किसान सम्मान निधि योजना में बड़ा घोटाला, खुलासे से अधिकारियों में हड़कंप

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों को स्वावलम्बी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए देश भर में किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की थी।

Newstrack
Published on: 23 Sep 2020 5:15 AM GMT
PM किसान सम्मान निधि योजना में बड़ा घोटाला, खुलासे से अधिकारियों में हड़कंप
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PM किसान सम्मान निधि योजना में बड़ा घोटाला, खुलासे से अधिकारियों में हड़कंप (social media)

बाराबंकी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों को स्वावलम्बी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए देश भर में किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की थी। मगर उनके अधिकारियों ने शायद इस योजना को भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया। केवल बाराबंकी की बात करें तो लगभग ढाई लाख अपात्र लोगों को यह सम्मान निधि दे दी गयी। अब जब मामले का खुलासा हुआ तो अपात्रों से धनराशि की वापसी का अभियान शुरू किया गया है। अपात्र ढाई लाख लोग किसान सम्मान निधि ले गए यह बात हम नही कह रहे हैं बल्कि दस्तावेज खुद इसकी गवाही दे रहे हैं। वहीं इस खुलासे से विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।

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बाराबंकी में कतार में खड़े यह किसान अपनी सम्मान निधि में फंसे पेंच को सुलझाने आये हैं

बाराबंकी में कतार में खड़े यह किसान अपनी सम्मान निधि में फंसे पेंच को सुलझाने आये हैं। ऐसा नहीं है कि यह आज ही आये हैं, बल्कि हर रोज यहां सैकड़ों किसानों की कतार लग जाती है। आज जो लोग आए हैं वह लगातार आ रहे हैं, मगर इसके बावजूद उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा। दरअसल कृषि विभाग के रिकार्ड खुद बता रहे हैं कि लगभग ढाई लाख अपात्र लोगों ने किसान सम्मान निधि का अरबों रुपये ले लिया है। अब किसानों ने पैसा लिया है या किसानों के नाम पर अधिकारी पैसा डकार गए हैं। यह भ्रष्टाचार है या लापरवाही, यह तो विस्तृत जांच के बाद ही पता चलेगा। लेकिन अगर यह लापरवाही है तो ढाई लाख लोगों को दिया गया छह-छह हजार रुपया अब वापस आएगा कैसे। यह अपने आप में बड़ा सवाल है।

barabanki barabanki Agricultural building (social media)

कृषि विभाग के काउंटर पर कतार में खड़े किसानों ने बताया

कृषि विभाग के काउंटर पर कतार में खड़े किसानों ने बताया कि वह लगातार यहां आ रहे हैं मगर उनकी समस्या का समाधान अब तक नहीं हो पाया है। साल में उन्हें दो-दो हजार की तीन किश्तें अर्थात साल के छह हजार रुपये मिलते हैं। किसी को एक किस्त तो किसी को दो किस्त मिली है। शेष के लिए वह दौड़ रहे हैं। यहां आने पर कभी उन्हें बैंक केवाईसी के लिए भेजा जाता है तो कभी आधार अपडेट नहीं होना बताया जाता है। हर रोज उन्हें नई-नई कमी बतायी जाती है।

कनिष्ठ सहायक मनीष कुमार ने बताया

वहीं काउंटर से बाहर किसानों का ब्योरा रखने वाली महिला सीमा देवी ने बताया कि हर रोज यहां करीब सैकड़ों की संख्या में किसान आते हैं। कृषि विभाग में काउन्टर संभाल रहे कनिष्ठ सहायक मनीष कुमार ने बताया कि जिन लोगों का नया होना है उनका हम तुरन्त कर दे रहे हैं। जिनके आधार गलत है उनका भी ठीक कर दे रहे हैं। मगर जिनकी अकाउन्ट सम्बन्धी समस्या है। उन्हें हम बैंक भेज रहे हैं। यहां काम होने में कोई समस्या नहीं है।

barabanki barabanki Agricultural building (social media)

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बाराबंकी में उपनिदेशक कृषि अनिल कुमार सागर ने बताया

इसके अलावा बाराबंकी में उपनिदेशक कृषि अनिल कुमार सागर ने बताया कि जब यह सूची तैयार हुई थी तो रात-रात भर काम करके सूची तैयार की गई थी। इसमें कुछ अपात्र लोगों को भी पैसा चला गया था। जिसकी रिकवरी के लिए सूचना भेजी गई है और एक लाख रुपये से ज्यादा की रकम वापस जमा भी हो गयी है। जो लोग बचे हैं उनको भी सूचना भेजी गयी है। अगर धनराशि वापस जमा नहीं होती है तो संबंधित के खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी।

सरफराज वारसी

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