TRENDING TAGS :
ऐसा क्या कह दिया प्रियंका गांधी ने, बौखला गई BJP
प्रियंका वाड्रा के बयान पर तीखी टिप्पणी करते हुये भाजपा ने कहा है कि उनको अपनी दादी के आपातकाल का काला कानून पवित्र और आज की परिस्थिति भय वाली दिखती है।
लखनऊ: प्रियंका वाड्रा के बयान पर तीखी टिप्पणी करते हुये भाजपा ने कहा है कि उनको अपनी दादी के आपातकाल का काला कानून पवित्र और आज की परिस्थिति भय वाली दिखती है। देश की जनता ने कांग्रेस व विपक्ष के झूठ के एजेंडे को नकार दिया है, लेकिन ये लोग मुंह की खाने के बाद भी सबक सीखने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि काम के बजाय गाल बजाना कांग्रेस का डीएनए रहा है। इसलिये उसके अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी झूठ का एजेंडा चलाने की आदत छोड़ नहीं पा रहे हैं।
यह भी पढ़ें…जिंदगी को शर्तों पर चलाते ये नाबालिग, खेल रहे मौत का झकझोर देने वाला खेल
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरिशचंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव और हाल ही सम्पन्न हुये लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली प्रचंड विजय और कांग्रेस को मिली शर्मनाक पराजय से प्रियंका गांधी को यह तो एहसास हो ही गया होगा कि केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की योगी सरकार के विकास व सुशासन पर जनता ने मोहर लगाया। इसलिए जनता का आशीर्वाद मिला है। कांग्रेस की धोखेबाजी और विकास विरोधी नीतियों का जवाब जनता ने ऐसा दिया कि चार पीढ़ियों से जिस अमेठी लोकसभा सीट पर उनका कब्जा था, वो तक नहीं बचा पाए और सीट छोड़कर केरल भागना पड़ा।
यह भी पढ़ें…सतर्कता आयुक्त शरद कुमार अंतरिम CVC नियुक्त, भसीन का कार्यकाल हुआ पूरा
श्रीवास्तव ने कहा कि किसानों पर आंसू बहाने वाली प्रियंका गांधी को याद करना चाहिए कि यूपीए के शासन में प्रति 30 मिनट एक किसान आत्महत्या करता था। आपात काल लगाकर इंदिरा ने प्रेस और लोकतंत्र दोनों का गला घोंट दिया था। कांग्रेस के शासन में विपक्षी दलों के नेताओं को खुली हवा में सांस लेने तक का अधिकार नहीं था। नेहरू-गांधी परिवार के नेताओं के अतिरिक्त देश के किसी विभूति को न तो उचित सम्मान दिया और न ही श्रेय।
यह भी पढ़ें…9 दिन से लापता भारतीय वायुसेना के विमान AN-32 को लेकर आई ये बड़ी खबर
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि आज जब मोदी व योगी सरकार के सुशासन और नीतियों से देश का किसान समृद्ध हो रहा है तो वे किसानों पर आंसू बहा रही हैं। 40 साल से किसान लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य मांग रहे थे, लेकिन कांग्रेस की सरकारों ने किसानों पर ध्यान ही नहीं दिया। मोदी सरकार ने किसानों को लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य ही नहीं, बल्कि देश के 14 करोड़ किसानों को 6000 रुपए वार्षिक आर्थिक संबल दिया, किसानों के लिये पेंशन योजना शुरू की।