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Subrata Pathak Case: बीजेपी सांसद का अखिलेश पर जोरदार हमला, लगाई आरोपो की झड़ी, पुलिस अधिकारियों को भी नहीं बख्शा
Subrata Pathak Case:बीजेपी सांसद लगातार इस कार्रवाई को लेकर पुलिस पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने जिले के मौजूदा एसपी और कानपुर के मौजूदा कमिश्नर पर अखिलेश यादव के इशारे पर कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
Subrata Pathak Case: साल 2019 के आम चुनाव में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की पत्नी और मैनपुरी की मौजूदा लोकसभा संसद डिंपल यादव को हराने वाले बीजेपी नेता सुब्रत पाठक इन दिनों सुर्खियों में हैं। कन्नौज सांसद के खिलाफ उन्हीं के जनपद की पुलिस ने मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। इसको लेकर सियासत गरमाई हुई है। बीजेपी सांसद लगातार इस कार्रवाई को लेकर पुलिस पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने जिले के मौजूदा एसपी और कानपुर के मौजूदा कमिश्नर पर अखिलेश यादव के इशारे पर कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
कन्नौज लोकसभा सीट से सांसद सुब्रत पाठक ने आज यानी बुधवार 7 जून को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से एक ट्वीट कर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्होंने अपने ट्वीट में अखिलेश सरकार के दौरान हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए लिखा, जिनके राज्य में सड़क पर कुरान के पन्ने फटे मिलने पर गाजियाबाद में थाना फूँक दिया गया था , इनकी पार्टी के नेता के द्वारा थाने में घुसकर इंस्पेक्टर का हाथ काट लिया गया था , कन्नौज में पुलिस के संरक्षण में इनका प्रिय नेता प्रतिष्ठित व्यापारी के घर दिनदहाड़े लूट कर लेता था।
आगे वो लिखते हैं, इनके चाचा के साथ इनकी पार्टी का पूर्व सांसद और वर्तमान में विधायक तहसील में दरोगा की गोली मार कर दिन दहाड़े हत्या कर देता था। साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव पर २००४ के लोक सभा चुनाव के दौरान बूथ लूटने का आरो लगाया। बीजेपी सांसद ने पुलिस के आला अधिकारियों को निशाने पर लेते हुए कहा, कन्नौज में SP रहे वर्तमान IG कानपुर बीपी जोगदंड और SP कन्नौज कुंवर अनुपम सिंह के साथ मेरे ख़िलाफ़ षड़यंत्र करा कर फर्जी रिपोर्ट लिखाई गई है।
पाठक ने एकबार फिर मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर इसकी जांच में मै दोषी पाया गया तो मुझे जेल भेज दिया जाए अन्यथा मेरी छवि खराब कराने वालों को बर्खास्त किया जाए। कन्नौज सांसद ने अपने इस ट्वीट में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, बीजेपी के प्रदेश भूपेंद्र चौघरी और यूपी डीजीपी को भी टैग किया है।
क्या है पूरा मामला ?
खबरों के मुताबिक, उन्नाव पुलिस अपहरण के एक मामले में अपह्त को छुड़ाने के लिए कन्नौज शहर कोतवाली पहुंची थी। यहां कन्नौज पुलिस की मदद से उन्नाव पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को पकड़ लिया था। इसके बाद मौके पर बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक की समर्थक बड़ी संख्या में पहुंच गए और पुलिस के चंगुल से आरोपियों को छुड़ाने की कोशिश करने लगे। इस दौरान पुलिस टीम और सांसद समर्थकों के बीच जमकर मारपीट और हाथापाई हुई। इसके बाद कन्नौज शहर कोतवाली के चौकी प्रभारी मंडी की शिकायत पर सांसद पाठक समेत 10 नामजद और 42 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भी तंज कसा था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, आज की ताज़ा ख़बर पुलिसवालों ने की कन्नौज के भाजपा सासंद सुब्रत पाठक के ऊपर एफ़आईआर… जनता पूछ रही है कब होंगे गिरफ़्तार? इन भाजपाइयों से बचने के लिए पुलिस क्या बुलडोज़र के पीछे छुपकर अपनी जान बचाए।