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UP BJP: यूपी में मिशन 80 के लिए बीजेपी का प्लान, दूधवाले, फेरीवाले से लेकर ट्रैक्सी ड्राइवर और डिलीवरी मैन तक को साधेगी
UP BJP: लोकसभा सीटों के अंकगणित के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे में भारतीय जनता पार्टी ने आने वाले आम चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। यूपी में एनडीए का दायरा बढ़ाने के साथ-साथ संगठन को भी चुस्त-दुरूस्त किया जा रहा है। जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए दूसरे दलों के पिछड़े नेताओं को शामिल करने की कवायद शुरू की जा चुकी है।
UP BJP: लोकसभा सीटों के अंकगणित के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे में भारतीय जनता पार्टी ने आने वाले आम चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। यूपी में एनडीए का दायरा बढ़ाने के साथ-साथ संगठन को भी चुस्त-दुरूस्त किया जा रहा है। जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए दूसरे दलों के पिछड़े नेताओं को शामिल करने की कवायद शुरू की जा चुकी है। आने वाले दिनों में कई ऐसे नेता भगवा चोला पहने नजर आएंगे।
केंद्र और राज्य में लंबे समय से सरकार चला रही बीजेपी समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों तक पहुंचना चाहती है। भगवा दल उस तबके को साधना चाहती है, जिस पर अमूमन पर राजनीतिक दलों का अधिक ध्यान नहीं जाता है। शनिवार को लखनऊ प्रवास पर आए पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष ने प्रदेश पदाधिकारियों के साथ लंबी बैठक कर लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का रोडमैड तैयार किया। इसी में उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को इन वर्गों तक पहुंचने को कहा।
समाज के सबसे निचले तबके तक पहुंचने की कोशिश
बीजेपी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में देख चुकी है कि किस तरह कांग्रेस के लुभावने वादे ने समाज के सबसे निचले तबके को उससे दूर कर दिया। कर्नाटक में कांग्रेस की बड़ी जीत में इन वोटरों का सबसे बड़ा योगदान बताया जाता है। कांग्रेस अब यही फॉर्मूला अन्य राज्यों और फिर आम चुनाव में अपनाने पर गंभीरता से मंथन कर रही है। जिसको लेकर अब भगवा खेमा भी सतर्क हो गया है। राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष जो कि खुद कर्नाटक से आते हैं, वो इसे अच्छी तरीके से समझते हैं।
-इसीलिए उन्होंने उत्तर प्रदेश के बीजेपी कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों को समाज के सबसे निचले तबके तक पहुंचने का टास्क सौंपा है। उन्होंने कहा कि दूधवाले, फेरीवाले, सब्जीवाले, ड्राइवर, डिलीवरी मैन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और संविदा कर्मियों के बीच हमें नया वोट बैंक बनाना है। उन्होंने कहा कि ये बड़ा वोट बैंक हैं, उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
बीएल संतोष ने ट्रैक्सी ड्राइवर और डिलीवरी मैन जिक्र करते हुए कहा कि बड़े शहरों में इनकी संख्या 80 हजार से एक लाख तक है। उनके बीच मोदी सरकार की 9 साल की उपलब्धियों को पहुंचाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार प्रत्येक जाति के लोगों से संपर्क करना है और उन्हें जोड़ने का प्रयास करना है। भाजपा नेता ने आगे कहा कि कार्यकर्ताओं को लोगों के बीच बीजेपी को न केवल एक राजनीतिक संगठन बल्कि एक सामाजिक संगठन के रूप में भी पहचान दिलाने की कोशिश करनी चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि वे हर वर्ग के लोगों से मिलें, उनके सुख-दुख में शामिल हों और छोटे-छोटे समुहों में संवाद स्थापित करें।
सीएम आवास पर हुई कोर कमिटी की बैठक
इस बैठक के बाद कल यानी शनिवार को ही रात में मुख्यमंत्री के आवास पर बीजेपी की कोर कमिटी की बैठक हुई। जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और प्रदेश महामंत्री धर्मपाल सिंह मौजूद रहे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, तकरीबन दो घंटे तक चली बैठक में लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई। आने वाले दिनों में संगठन स्तर पर पूरे प्रदेश में व्यापक अभियान चलाने पर बात हुई। इन अभियानों और कार्यक्रमों की तारीख जल्द घोषित कर दी जाएगी।
यूपी में बीजेपी का है मिशन 80
यूपी में लोकसभा की कुल 80 सीटें हैं। 2014 में बीजेपी ने अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन करते हुए 71 सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि, 2019 में यह आंकड़ा घटकर 62 पर पहुंच गया। ऐसे में भगवा दल ने इस बार यानी 2024 में प्रदेश की सभी 80 सीटों पर कमल खिलाने का लक्ष्य रखा है। बीजेपी अपने इस लक्ष्य में कितना कामयाब हो पाती है, ये देखने वाली बात होगी।