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ब्राहम्णों का आर्शीवाद लेगी बसपा: शुरू करेगी ये बड़ा अभियान, बनाये गए विशेष विंग
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र की देखरेख में चल रहे इस अभियान के लिए एक विशेष विंग भी बनाये जाने की योजना थी। इसके लिए पार्टी की ब्राहम्ण भाईचारा कमेटियों को भी सक्रिय किया गया है।
लखनऊ। यूपी में होने वाले 07 विधानसभा सीटों के उपचुनाव तथा आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने यूपी में एक बार फिर सोशल इंजीनियरिंग कर ब्राहम्ण कार्ड को आजमाने की कवायद शुरू कर दी है। बसपा सुप्रीमों पार्टी में ब्राहम्ण जोड़ों अभियान शुरू करने जा रही है।
पार्टी की ब्राहम्ण भाईचारा कमेटियों को किया गया सक्रीय
बसपा सूत्रों के मुताबिक पार्टी का यह अभियान बीते जनवरी माह में शुरू होना था लेकिन बीच में कोरोना महामारी के चलते लागू लाकडाउन के कारण इसमे व्यवधान आ गया था। उस समय इस अभियान के तहत गांवों में जाकर ब्राहम्णों के पैर छू कर आर्शीवाद चलाने की कार्ययोजना तैयार की गई थी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र की देखरेख में चल रहे इस अभियान के लिए एक विशेष विंग भी बनाये जाने की योजना थी। इसके लिए पार्टी की ब्राहम्ण भाईचारा कमेटियों को भी सक्रिय किया गया है।
ब्राहम्णों को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य
खबर है कि आगामी नवरात्रि से शुरू होने वाले इस अभियान के लिए पार्टी में लगातार बैठकों का दौर जारी है। बसपा कैडर से जुडे़ लोगों की हर जिले में बैठके की जा रही है और उन्हे बताया जा रहा है कि किस तरह से ब्राहम्णों को पार्टी से जोड़ना है। इसकी कार्ययोजना तैयार की जा चुकी है और जल्द ही बसपा कार्यकर्ता व कैडर से जुडे़ लोग इस कार्ययोजना को अमलीजामा पहनायेंगे।
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योगी सरकार में ब्राहम्णों के साथ हो रहा अन्याय
दरअसल, बीते कुछ महीनों से विपक्षी दलों में ब्राहम्णों को अपने पाले में लाने की मुहिम चली हुई है। पिछले दिनों ब्राहम्ण अस्मिता के प्रतीक भगवान परशुराम की प्रतिमा को बनवाने को लेकर सभी विपक्षी दलों में बयानबाजी की होड़ सी लग गई थी। इसके बाद विपक्षी दलों की ओर से यह बयानबाजी भी की गई यूपी की योगी सरकार में ब्राहम्णों के साथ बहुत ज्यादा अन्याय हो रहा है।
बिकरू कांड के बाद योगी सरकार को ब्राहम्ण विरोधी
कानपुर के बिकरू कांड के आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद से सभी विपक्षी दल, योगी सरकार को ब्राहम्ण विरोधी साबित करने में जुटे हुए है। विपक्षी दलों का मानना है कि यूपी में ब्राहम्ण योगी सरकार से बहुत ज्यादा नाराज है और उसे आसानी से अपने खेमे में लाया जा सकता है। विपक्षी दलों की इसी होड़ में बसपा भी शामिल है।
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2007 के विधानसभा चुनाव में चला था सोशल इंजीनियरिंग
बता दे कि इससे पहले वर्ष 2007 के यूपी विधानसभा चुनाव में बसपा सुप्रीमों ने सोशल इंजीनियरिंग कर ब्राहम्णों को अपने पाले में करके पूर्ण बहुमत की सरकार बनायी थी। बसपा की उस सरकार में ब्राहम्णों को काफी अहम स्थान भी दिया गया था।
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