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सामने आई ये बड़ी लापरवाही, अधिकारी के सामने हो रहा था ऐसा
अपर जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी की नाक के नीचे जिस प्रकार से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती देखी गई उससे जिले की स्थिति को बहुत आसानी से समझा जा सकता है।
अंबेडकरनगर: जनपद वासियों को घूम घूम कर सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाने वाले अधिकारी खुद अपनी नाक के नीचे इसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं। वैश्विक महामारी बन चुकी कोरोना वायरस से निपटने के लिए सोशल डिस्पेंसिंग को सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लेकिन जिले भर के नागरिकों को इसकी सीख देने वाले अधिकारी कलेक्ट्रेट में ही इसका अनुपालन कराने में फिसड्डी साबित हो गए।
कलेक्ट्रेट में अधिकारी के सामने लापरवाही
कलेक्ट्रेट ऑफिस में ना तो सोशल डिस्टेंसिंग देखी जा रही है और ना ही यहां पर साबुन अथवा सेनेटाइजर ही देखने को मिल रहा है। ऐसा तब हो रहा है जब अपर जिलाधिकारी डॉ पंकज वर्मा स्वयं वहां बैठ कर व्यवस्थाओं का संचालन कर रहे हैं। लाक डाउन में कुछ हद तक छूट दिए जाने के बाद लोग सड़कों पर पूरी तरह से उमड़ पड़े हैं। इस दौरान छूट के लिए दिए गए दिशा निर्देशों का भी जमकर माख़ौल उडाया जा रहा है। पुलिस कर्मी सड़कों के किनारे बैठ कर केवल तमाशबीन बने देखे जा रहे हैं। वह ना तो किसी को रोकने की चेष्टा कर रहे हैं और ना तो टोकने की। ऐसी स्थिति में कोरोना वायरस से जिले को कब तक महफूज रखा जा सकेगा। यह सवाल हर किसी की जुबान पर आ गया है।
जिला प्रशासन पर उठता सवाल
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बुधवार को कलेक्ट्रेट में बने संयुक्त कार्यालय में अपर जिलाधिकारी डॉ पंकज वर्मा बैठकर लोगों की समस्याओं का निराकरण कर रहे थे। इसके लिए पश्चिम तरफ से लोगों को मांग पत्र देने की व्यवस्था की गई थी। यह पत्र देने के लिए लोग एक दूसरे के ऊपर गिरते देखे गए। यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग पूरी तरह तार-तार हो गया। अपर जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी की नाक के नीचे जिस प्रकार से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती देखी गई उससे जिले की स्थिति को बहुत आसानी से समझा जा सकता है।
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हैरत इस बात को लेकर रही की भारी भीड़ होने के बावजूद अपर जिलाधिकारी ने लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करने की सलाह देना भी उचित नहीं समझा। जब यह हालात कलेक्ट्रेट में देखने को मिल रहे है तो अन्य कार्यालयों में हालात कैसे होंगे इसका आकलन स्वतः किया जा सकता है । इस संबंध में अपर जिलाधिकारी पंकज वर्मा से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने पूर्व की भांति फोन उठाने से परहेज किया।
मनीष मिश्रा