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मायावती ने योगी सरकार को फिर घेरा, इस योजना को बताया छलावा

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि एमओयू केवल जनता को बरगलाने व फोटो छपवाने की सस्ती लोकप्रियता के लिए नहीं हो तो यह जनहित में ज्यादा बेहतर है।

Aradhya Tripathi
Published on: 31 May 2020 9:00 AM GMT
मायावती ने योगी सरकार को फिर घेरा, इस योजना को बताया छलावा
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लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने यूपी की योगी सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए तमाम घोषणाओं व एमओयू हस्ताक्षर कराने को छलावे का नया अभियान करार देते हुए कहा है कि इससे जनहित व जन कल्याण का कोई सार्थक उपाय निकल कर सामने नहीं आ पा रहा है। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि जनहित के ठोस तत्काल उपायों के बिना समस्या और विकराल बन जाएगी।

एमओयू हस्ताक्षर सरकार का नया छ्लावा अभियान- मायावती

बसपा सुप्रीमों ने रविवार को कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन के कारण बेरोजगारी व काफी बुरे हाल में घर लौटे लाखों श्रमिकों को जीने के लिए जरूरी प्रभावी मदद पहुंचाने के बजाए यूपी सरकार ने एमओयू हस्ताक्षर व अनवरत घोषणाओं के छलावे का नया अभियान जो एक बार फिर शुरू हो गया है वह अति-दुखद है। क्योंकि इससे जनहित व जन-कल्याण का कोई सार्थक उपाय जनता के सामने निकलकर नहीं आ पा रहा है जिसकी आज बहुत आवश्यकता है।

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उन्होंने आशंका जतायी कि इससे जनता का जीवन त्रस्त बना रहेगा। मायावती ने कहा कि यूपी सरकार कोई भी नया एमओयू साइन करने व उससे सम्बंधित फोटो छपवा कर सस्ती पब्लिसिटी करने से पहले प्रदेश व देश की जनता को यह बताती कि पिछले वर्षों में साइन किए गए इसी प्रकार के अनेकों एमओयू का क्या अंजाम हुआ?

रोजगार बढ़ाने की प्रतीक्षा- मायावती

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बसपा सुप्रीमो ने कहा कि एमओयू केवल जनता को बरगलाने व फोटो छपवाने की सस्ती लोकप्रियता के लिए नहीं हो तो यह जनहित में ज्यादा बेहतर है। क्योंकि लाखों श्रमिक परिवारों को भूख से बचने के लिए लोकल स्तर पर रोजगार की काफी बेचैनी के साथ प्रतीक्षा है। बसपा सुप्रीमों ने कहा कि वास्तव में यह करोड़ों लोगों के जीवन-मरण के साथ-साथ उनके परिवार के जीवन को अंधकार में ढकेलने से जुड़ा मानवीयता का मामला है। सरकार जिनती जल्दी गंभीर होकर इस सम्बंध में ठोस उपाय करे उतना ही बेहतर है।

Aradhya Tripathi

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