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गर्भवती को भी नहीं छोड़ा: दबंगों ने कर दिया ऐसा हाल जिसे कोई सोच भी नहीं सकता

जिले में दबंगो के हौसले बुलंद हैं आये दिन किसी न किसी बड़ी घटना को अंजाम देने से बाज नहीं आते ताजा मामला दरगाह थाना क्षेत्र के गुल्लाबीर कांशीराम आवास की है, जहाँ की रहने वाली एक गरीब गर्भवती महिला को दबंगो ने घर में घुस कर बुरी तरह से लात घूंसो से पीटा जिससे उस के पेट में पल रहे सात माह की बच्ची की मौत हो गई।

Shivakant Shukla
Published on: 10 Jan 2020 3:31 PM IST
गर्भवती को भी नहीं छोड़ा: दबंगों ने कर दिया ऐसा हाल जिसे कोई सोच भी नहीं सकता
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बहराइच: जिले में दबंगो के हौसले बुलंद हैं आये दिन किसी न किसी बड़ी घटना को अंजाम देने से बाज नहीं आते ताजा मामला दरगाह थाना क्षेत्र के गुल्लाबीर कांशीराम आवास की है, जहाँ की रहने वाली एक गरीब गर्भवती महिला को दबंगो ने घर में घुस कर बुरी तरह से लात घूंसो से पीटा जिससे उस के पेट में पल रहे सात माह की बच्ची की मौत हो गई।

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पीड़ित महिला हफ्तों थाने के चक्कर लगाती रही लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी जब महिला के पेट में मरी हुए बच्ची से इन्फेक्शन पैदा हो गया और पीड़िता को असहनीय पीड़ा होने लगी तब एक समाजसेवी के हस्तक्षेप से दरगाह पुलिस ने घटना के 19 दिन बाद केवल गाली गलौज व हल्की हाथापाई की धाराओं में मुकदमा लिखकर पीड़िता को मेडिकल के लिए महिला चिकित्सालय भेजा जहाँ पर डाक्टरों ने महिला के बच्ची की मौत की पुष्टि होने के बाद गर्भपात किया जिसमें पीड़िता की सात माह की बच्ची जो कि 18 दिन पहले मर चुकी थी, पेट में ही सड़ गई थी। बावजूद इसके दरगाह पुलिस ने अभी तक कन्या भ्रूण हत्या का मुकदमा दर्ज किया है और न ही आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

गर्भवती महिला को घर में घुस कर बुरी तरह से लात घूंसो से पीटा

एक तरफ जहाँ सरकार महिला सुरक्षा के बड़े बड़े दावे करती है वहीं दूसरी ओर एक गर्भवती महिला को घर में घुस कर बुरी तरह से लात घूंसो से पीटा जाता है जिससे उसके पेट में पल रही सात माह की बच्ची की मौत हो जाती है और इलाकाई पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठे रहती है पीड़ित महिला अपनी मरी हुई बच्ची को पेट में लिए 17 दिन थाने के चक्कर लगाती रही लेकिन पुलिस ने उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी लेकिन सुलह के लिए दबाव बनाते रहे 18 वें दिन जब पीड़िता की हालत ज्यादा बिगड़ती नजर आयी और सुरेश गुप्ता नामक एक समाजसेवी के हस्तक्षेप करने के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हल्की धाराओं में मुकदमा लिखकर अपना कालम पूरा कर लिया।

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लेकिन कोई उस मां से पूंछे जिसने अपनी कोख में बच्चे को पाला हो और वह दुनिया में आने से पहले ही चला जाए और फिर वह अपने अजन्मे बच्चे के कातिलों को सजा दिलाने के लिए पुलिस के पास जाती है वहाँ पर भी उसे न्याय न मिले तो फिर ये अबला कहाँ जाए।

क्या कहना है डॉक्टर का

इस मामले मे बहराइच मेडिकल कालेज के CMO डॉ0 डी के सिंह का कहना है क उनको फ़ोन द्वारा सूचना मिली की कोई शकीला नाम की माहिला भर्ती है जिसके पेट में प्री मेच्योर बच्चा है और 2 किलो से भी कम उस बच्चे का वेट है और अभी वह बच्चा 7 से 8 महीने के बीच का है काफी स्थिति खराब है और माहिला डॉ0 ने फ़ोन से डॉ0 डी के सिंह CMS को बताया की अब वो उनका ऑप्रेशन करने जा रही है तभी CMS ने माहिला डॉ0 से कहा की ऑप्रेशन सही करें, ताकि कुछ नहीं तो मां की जान बच सके ऑप्रेशन करने के बाद बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ। उन्होनें कहा की बच्चे को पेट मे मरे कई दिन हो चुके थे लेकिन अब मां स्वस्थ है।



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Shivakant Shukla

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