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CBSE ने जारी की हैंडबुक: ऑनलाइन पढ़ाई में छात्राओं संग दुर्व्यवहार से ऐसे बचाएगा बोर्ड

कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश में लॉकडाउन समाप्त होने के बाद भी स्कूल-कालेज बंद रखे गए हैं। सभी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई करायी जा रही है।

Ashiki
Published on: 14 Jun 2020 8:05 PM IST
CBSE ने जारी की हैंडबुक: ऑनलाइन पढ़ाई में छात्राओं संग दुर्व्यवहार से ऐसे बचाएगा बोर्ड
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मनीष श्रीवास्तव

लखनऊ: कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश में लॉकडाउन समाप्त होने के बाद भी स्कूल-कालेज बंद रखे गए हैं। सभी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई करायी जा रही है। इस दौरान छात्राओं को अश्लील मैसेज और गुमराह किए जाने की खबरे भी आ रही है। ऐसे में केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई ) ने ऑनलाइन क्लास के दौरान अश्लील साहित्य, साइबर अटैक, छात्राओं को गुमराह होने के तरीको से बचाने के लिए कदम उठाये हैं। सीबीएसई ने एक हैण्डबुक जारी कर छात्राओं को ऑनलाइन क्लास के दौरान सुरक्षित पढ़ाई करने के उपाय बताये गये हैं।

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छात्राओं पर विशेष ध्यान देने की जरुरत

सीबीएसई द्वारा जारी 98 पेज की हैंडबुक की जानकारी सभी छात्राओं तक पंहुचाने के लिए स्कूलों को निर्देश भेज दिये हैं। इसमें कक्षा 9 से कक्षा 12 तक की छात्राओं पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। हैंडबुक में बोर्ड छात्राओं को कहा गया है कि ऑनलाइन क्लास के दौरान अगर उनके साथ वर्चुअल यौन शोषण होता है या सब्जेक्ट से हट कर कोई पोस्ट आती है तो वह इसकी शिकायत करें। छात्राओं को अश्लील साहित्य या अश्लील कमेंट को नजरअंदाज न करने का सुझाव भी दिया गया है।

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हैंडबुक में दी गयी ये जानकारी

ऐसे कमेंट शिक्षक या छात्र किसी के द्वारा किया गया हो उसके खिलाफ स्कूल प्रबंधक से शिकायत करने का सुझाव दिया गया है। बोर्ड की हैंडबुक में छात्राओं के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की जानकारी, सावधानी, क्या करें, क्या न करें जैसे उपाय शामिल किए गए है।

सीबीएसई की हैंडबुक में छात्राओं को डिजिटल शिक्षा के साथ ही सोशल साइट, गेंमिंग साइट के संबंध में भी छात्राओं को सलाह दी गई है। हैंडबुक के निर्देशों के मुताबिक अगर साइट की विषय वस्तु छात्राओं की उम्र के अनुसार नहीं है तो उसे रिपोर्ट कर दें। इसके साथ ही सोशल साइट के इस्तेमाल के दौरान अगर कोई अनजान शख्स छात्राओं को रिक्वेस्ट भेजता है तो उसे स्वीकार न करने की सलाह दी गई है। हैंडबुक में सुझाव दिया गया है कि किसी एप के प्रयोग के दौरान छात्राएं उम्र प्रतिबंध सीमा का ख्याल रखें और ऐसे ही गेम खेले जो उनकी उम्र के अनुसार हो।

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