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Chandauli News: देश के आजादी के 5 वर्ष पहले ही रणबाकुरों ने धानापुर को कराया था आजाद

Chandauli News: शहीद दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में सैयदराजा के भाजपा विधायक सुशील सिंह ने ध्वजारोहण किया और शहीदों के मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

Ashvini Mishra
Published on: 16 Aug 2023 10:48 PM IST
Chandauli News: देश के आजादी के 5 वर्ष पहले ही रणबाकुरों ने धानापुर को कराया था आजाद
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देश के आजादी के 5 वर्ष पहले ही रणबाकुरों ने धानापुर को कराया था आजाद: Photo- Newstrack

Chandauli News: चंदौली जनपद के धानापुर को 16 अगस्त 1942 में ही अपने प्राण की आहुति देकर देशभक्तों ने 10 दिन के लिए धानापुर थाने पर तिरंगा फहराकर आजाद कर दिया था। जांबाज देश भक्तों को याद करने के लिए प्रति वर्ष शहीद स्मारक पर शहीद दिवस मनाया जाता है। शहीद दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में सैयदराजा के भाजपा विधायक सुशील सिंह ने ध्वजारोहण किया और शहीदों के मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस दौरान सकलडीहा तहसील के उप जिलाधिकारी मनोज कुमार पाठक व क्षेत्राधिकार राजेश कुमार राय भी शामिल रहे।

इस अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया। जिसमें सभी पार्टियों के दिग्गजों ने तीन वीर सपूतों को याद करते हुए उनकी वीर गाथा को सबके सामने रखा।

वक्ताओं ने कहा कि जब 8 अगस्त सन् 1942 को महात्मा गांधी ने करो या मरो का नारा दिया था तभी क्षेत्र के शहीद गांव के निवासी कामता प्रसाद विद्यार्थी के नेतृत्व में युवाओं की टोली अपने क्षेत्र को आजाद कराने में जुट गई, जिसका परिणाम रहा कि 12 अगस्त से ही विरोध में जगह-जगह तोड़ फोड़ चालू हो गया।

16 अगस्त 1942 को महाइच परगना के लोगों ने धानापुर थाने को घेर लिया और बढ़ती भीड़ को देखकर फिरंगी सरकार के पुलिसकर्मी निहत्थे भीड़ पर असलहे तान कर खड़े हो गए। लेकिन भारत माता के मतवाले माने नहीं और तिरंगा फहराने के लिए थाने में घुस गए जिसका परिणाम रहा कि थानाध्यक्ष अनवारुल हक द्वारा फायर झोंक दिया गया, जिसमें मंहगू सिंह, हीरा सिंह और रघुनाथ सिंह शहीद हो गए और कई अन्य लोग घायल हो गए।

भारत माता के सपूतों ने थाने को फूंक दिया

अंग्रेजों की रोटी खा रहे थानाध्यक्ष द्वारा फायरिंग करने के बावजूद भी भारत माता के सपूत नहीं माने और पूरे थाने को फूंक दिया। जिसमें थानाध्यक्ष अनवारुल हक सहित 4 पुलिस कर्मियों को जलाकर मार डाला। इसके बाद भारत मां के सपूतों ने थाने पर तिरंगा फहरा दिया। यह तिरंगा 16 अगस्त से 26 अगस्त 1942 तक फहरता रहा। उसके बाद इसकी गूंज ब्रिटेन के संसद में गूंजी, जिस पर अंग्रेजों का आलाकमान भारी लाव लश्कर के साथ आकर अपने दमनकारी नीतियों के द्वारा लोगों पर क्रूरता का व्यवहार करते हुए फिर से धानापुर पर अपना कब्जा कर लिया । 16 अगस्त 1942 में यह घटना दिन में 1ः00 बजे घटी थी।

आजादी के बाद से ही धानापुर थाना के शहीद स्थल पर इन वीर सपूतों के याद में 16 अगस्त को शहीद दिवस मनाया जाता है। जिसमें सरकार के जनप्रतिनिधि मंत्री एवं विपक्ष के लोग भी इन वीर सपूतों को याद करने के लिए पहुंचते हैं।

इस अवसर पर भाजपा के सैयदराजा विधायक सुशील सिंह, समाजवादी पार्टी के सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण सिंह यादव, कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव देवेंद्र सिंह मुन्ना, धानापुर ब्लॉक प्रमुख अजय कुमार सिंह सहित अन्य पार्टियों के कद्दावर नेता शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए गोष्ठी में भाग लिया।



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Ashvini Mishra

Ashvini Mishra

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