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Chandauli News: काम करा लिया लेकिन नहीं दी मजदूरी, मनरेगा श्रमिकों ने ब्लॉक मुख्यालय का किया घेराव
Chandauli News: चंदौली जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां मनरेगा में मजदूरी करने के बाद भुगतान न मिलने पर विरोध प्रदर्शन किया है।
Chandauli News: चंदौली जिले के नौगढ़ तहसील क्षेत्र में ग्राम पंचायत बाघी के मनरेगा मजदूरों ने गांव में मनरेगा के कार्य को बंद किए जाने और अपनी बकाए मजदूरी का भुगतान न होने से नाराज होकर विरोध-प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में श्रमिक नौगढ़ ब्लाक मुख्यालय पर पहुंचे और ब्लॉक मुख्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। सभी प्रदर्शनकारी कड़ी धूप में यहां कई घंटे तक जमीन पर बैठे रहे और जिलाधिकारी को बुलाने की बात पर अड़ गए।
पुलिस-प्रशासन और प्रदर्शनकारियों में जमकर नोंकझोंक
गेट पर धरना देकर बैठे श्रमिकों ने कहा कि ग्राम पंचायत बाघी में ऋतुराज मल्लाह के खेत का गहरीकरण करने के लिए हम सभी मजदूरों ने दो सप्ताह कार्य किया है। महीनों बाद भी जिसका भुगतान अभी तक नहीं किया गया। इतना ही नहीं, पिछले वर्ष ग्राम पंचायत बाघी में सीसी रोड से मुख्य मार्ग तक चकरोड निर्माण के कार्य का 160 मजदूरों का एक सप्ताह का भुगतान अभी तक नहीं किया गया। इसी बीच मौके पर नौगढ़ थाने के उपनिरीक्षक पुलिस बल के साथ पहुंच गए और मजदूरों को समझाने का प्रयास किया। उपनिरीक्षक अवधेश सिंह ने मजदूरों को काफी समझा-बुझाकर गेट खुलवाकर खंड विकास अधिकारी सुदामा सिंह यादव को कार्यालय से बाहर बुलाया। खंड विकास अधिकारी के आने के बाद महिला और पुरूष मनरेगा मजदूरों ने बताया कि गांव में मनरेगा का कार्य बंद करा दिया गया गया है। जो मनरेगा का कार्य किया गया है, उसका अभी तक पारिश्रमिक का भुगतान नहीं कराया गया है। कहा गया है कि जब तक हम लोगों का भुगतान नहीं हो जाएगा और मनरेगा का काम प्रारंभ नहीं होगा। तब तक हम लोग धरने से नहीं हटेंगे।
खंड विकास अधिकारी के मनाने पर नहीं माने श्रमिक
इस दौरान खंड विकास अधिकारी ने आश्वासन दिया कि इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी और मनरेगा का भुगतान भी कराया जाएगा। लेकिन इस आश्वासन से महिलाएं नहीं मानीं। ब्लॉक कार्यालय का मुख्य दरवाजा बंदकर वहां पर भी बैठकर जमकर नारेबाजी करने लगीं। गांव की बात सुनकर मौके पर ग्राम प्रधान नीलम ओहरी और ग्राम प्रधान प्रतिनिधि दीपक गुप्ता भी पहुंच गए और मजदूरों को समझाया लेकिन मजदूर नहीं माने। तब जाकर प्रधान प्रतिनिधि दीपक गुप्ता ने मोबाइल से डीसी मनरेगा को फोन करके मजदूरों की समस्याओं को बताया। समस्याओं को सुन डीसी मनरेगा रवींद्र कुमार चतुर्वेदी ने मजदूरों को आश्वासन दिया कि दो दिनों के अंदर आप लोगों का भुगतान आप लोगों के खाते में कर दिया जाएगा। आश्वासन के बाद मजदूरों ने धरना प्रदर्शन समाप्त किया। प्रधान प्रतिनिधि दीपक गुप्ता ने डीसी मनरेगा से बताया कि ग्राम पंचायत बाघी में मनरेगा कार्य के लिए पोखरा तालाब और बंधी 90 फीसदी सिंचाई विभाग में ही है, अगर आसानी से अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल जाए तो मनरेगा का कार्य कराना आसान होगा। साथ ही गांव के मजदूरों को भी रोजगार मिलेगा। प्रतिनिधि की बात सुन डीसी मनरेगा ने कहा कि पंचायत सचिव और खंड विकास अधिकारी से संस्तुति कराते हुए सिंचाई विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेकर मनरेगा का कार्य प्रारंभ कराएं। अगर सिंचाई विभाग या वन विभाग अनापत्ति प्रमाण पत्र देने में आनाकानी करे तो हमें अवगत कराएं। फिर उन्होंने मजदूरों को आश्वस्त करते हुए कहा कि मनरेगा का भुगतान जल्द से जल्द आप लोगों के खाते में कर दिया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान गीता, विमली, चंद्रावती, मुन्नू, बहेतरी, रमावती, जवाहिर, राजेंद्र राजेश, मालती, प्रभा, शिला, दुर्गावती, गणेश, शारदा, सोनी, कुसुम देवी, सूर्यभान, अमरनाथ सहित दर्जनों की संख्या में मनरेगा मजदूर मौजूद रहे।