×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

मुख्यमंत्री आवास योजना: लाभार्थियों के खाते में 87 करोड़, Yogi ने किया हस्ताक्षर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जिस जमीन पर किसी गरीब की झोपड़ी है, वह उसके नाम होनी चाहिए। अगर ऐसी जमीन रिजर्व श्रेणी की नहीं है। उसे लेकर कोई विवाद नहीं है तो स्वामित्व योजना के तहत एक अभियान चलाएं। कुछ जिलों की तरह जरूरत के अनुसार गरीबों के आवास क्लस्टर में भी बनाए जा सकते हैं।

Newstrack
Published on: 29 Dec 2020 7:12 PM IST
मुख्यमंत्री आवास योजना: लाभार्थियों के खाते में 87 करोड़, Yogi ने किया हस्ताक्षर
X
किसानों का दिल जीतने में लगी योगी सरकार, माया सरकार में दर्ज मुकदमे होंगे वापस

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जिस जमीन पर किसी गरीब की झोपड़ी है, वह उसके नाम होनी चाहिए। अगर ऐसी जमीन रिजर्व श्रेणी की नहीं है। उसे लेकर कोई विवाद नहीं है तो स्वामित्व योजना के तहत एक अभियान चलाएं। कुछ जिलों की तरह जरूरत के अनुसार गरीबों के आवास क्लस्टर में भी बनाए जा सकते हैं।

लाभार्थियों के खाते में पहुंचा 87 करोड़

योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत स्वीकृत 21562 आवासों के लाभाथियों के खाते में पहली किस्त के रूप में 87 करोड़ का हस्तातंरण करते हुए कहा कि जिस वर्ग के लोगों काे इस तरह के आवास मिलते हैं, वही टीबी, इन्सेफेलाइिटस, कालाजार और कुपोषण जनित रोगों के प्रति सर्वाधिक संवेदनशील होता है। इस वर्ग को गोशालाओं से चिन्हित कर पालने की शर्त के साथ एक स्वस्थ्य गाय दें। सरकार ऐसे गायों को पालने के लिए प्रति माह जो 900 रुपये देती है वह उसके खाते में दें। मनरेगा के तहत गायों के रहने के लिए छाजन भी बनाए जा सकते हैं। यह निराश्रित गोवंश की समस्या के हल के साथ कुपोषण के खिलाफ एक सफल जंग भी हो सकती है। साथ ही गाय के साथ जुड़ी आस्था का सम्मान भी।

ये भी पढ़ें: चेक क्लोन कर राम जन्मभूमि ट्रस्ट के खाते से निकाले 6 लाख रुपये, चार गिरफ्तार

स्वरोजगार पर सीएम ने कही ये बात

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन लाभार्थियों को वहां की जरूरत के अनुसार स्वरोजगार के किसी कार्यक्रम (बकरी एवं मुर्गी पालन, डेयरी आदि) से जोड़ें। इस बाबत उनको जरूरी प्रशिक्षण दें और बैंकर्स से जोड़ कर जरूरी पूंजी उपलब्ध कराकर उनको स्वरोजगार के लिए प्रेरित करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि घर के लिए मिले पैसे का उपयोग घर के लिए ही हो स्थानीय प्रशासन इसे सुनिश्चित कराए। गरीबों को मकान बनाने के लिए ईंट, बालू, मिट्टी, छड़ आदि वाजिब दाम पर और आसानी से मिलें यह भी सुनिश्चित कराएं। इनकी आपूर्ति करने वालों से संपर्क करें। मकान के कार्य की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा करें। इसके लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करें।

ये भी पढ़ें: कानपुर देहात: न्यू भाऊपुर जंक्शन से मालगाड़ी रवाना, पीएम मोदी ने दिखाई हरी झंडी

कार्यक्रम के शुरू में अतिथियों का स्वागत ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र सिंह मोती ने किया। कार्यक्रम में विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार के साथ विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

श्रीधर अग्निहोत्री



\
Newstrack

Newstrack

Next Story