×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

UP: विधान परिषद में चित्रवीथिका का लोकार्पण, मुख्य द्वार पर लगी सावरकर की फोटो

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर सावरकर का व्यक्तित्व प्रत्येक भारतवासी के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। सावरकर जी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के साथ-साथ एक बहुत बड़े क्रांतिकारी भी थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है।

Shraddha Khare
Published on: 19 Jan 2021 8:30 PM IST
UP: विधान परिषद में चित्रवीथिका का लोकार्पण, मुख्य द्वार पर लगी सावरकर की फोटो
X
UP: विधान परिषद में चित्रवीथिका का लोकार्पण, मुख्य द्वार पर लगी सावरकर की फोटो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ऐतहासिक उच्च सदन (विधानपरिषद) में आज चित्र वीथिका का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। चित्र वीथिका में अब तक सभापतियों के तैल चित्र लगाए गए हैं। विधानपरिषद के सौन्दर्यीकरण का लोकार्पण एवं चित्र वीथिका के साथ वर्तमान सदस्यों की पट्टिका का अनावरण भी किया गया। चित्र वीथिका में वीर सावरकर का चित्र भी लगाया गया है।

मुख्यमंत्री योगी ने बताया वीर सावरकर का व्यक्तित्व

इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर सावरकर का व्यक्तित्व प्रत्येक भारतवासी के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। सावरकर जी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के साथ-साथ एक बहुत बड़े क्रांतिकारी भी थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है। सर्वाधिक सदस्य संख्या के साथ उत्तर प्रदेश का विधान मण्डल देश का सबसे बड़ा विधान मण्डल है। उन्होंने कहा कि विधान मण्डल लोकतंत्र का मन्दिर व आस्था का केन्द्र है।

उत्तर प्रदेश की विधान परिषद का इतिहास

राज्य के इस उच्च सदन में सौन्दर्यीकरण के लिए किये गये कार्य सराहनीय हैं। उत्तर प्रदेश की विधान परिषद का इतिहास अत्यन्त गौरवशाली है। 5 जनवरी, 1887 को विधान परिषद का गठन किया गया था। उस समय उत्तर प्रदेश को ‘उत्तर पश्चिम प्रान्त एवं अवध प्रान्त’ के नाम से जाना जाता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधान परिषद के 1887 से अब तक की यात्रा का अपना एक समृद्ध इतिहास रहा है।

veer savarkar

मुख्यमंत्री ने बताया विधान परिषद का स्थापना दिवस

वर्ष 1937 में अपने गठन के पश्चात विधान परिषद की प्रथम बैठक तत्कालीन परिषद भवन के एक समिति कक्ष में हुई थी। उसी समय ही विधान परिषद के लिए एक अलग मण्डप का निर्माण प्रारम्भ कर दिया गया था, जो वर्ष 1937 में तैयार हो गया। 31 जुलाई, 1937 को विधान परिषद ने अपनी प्रथम बैठक इसी मण्डप में की गयी थी। अगले 15 से 17 वर्षों में यह विधान परिषद भवन अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण कर रहा होगा। प्रदेश की विधान परिषद ने देश व दुनिया को एक समृद्ध विरासत दी है।

विधान परिषद से इन महान लोगों का जुड़ाव

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विधान परिषद से महामना पं मदन मोहन मालवीय, पूर्व मुख्यमंत्री पं गोविन्द बल्लभ पन्त, पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ सम्पूर्णानन्द, सर तेज बहादुर सप्रू, प्रख्यात कवियित्री श्रीमती महादेवी वर्मा आदि का इस सदन से जुड़ाव रहा है। विधान परिषद की प्रथम बैठक थाॅर्न हिल मेमोरियल हाॅल, प्रयागराज में हुई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधान परिषद में सामान्यतः विधान सभा द्वारा पारित विधेयक ही प्रस्तुत किये जाते हैं। सन 1950 से विधान परिषद द्वारा पारित किये गये अधिनियमों में 7 जनवरी, 1950 को पारित ‘उत्तर प्रदेश भाषा विधेयक’ सम्मिलित है। 30 नवम्बर, 1950 को ‘उत्तर प्रदेश जमींदारी उन्मूलन तथा भूमि सुधार विधेयक’ 500 संशोधनों के साथ पारित किया गया।

cm yogi aditaynath

ये भी देखें: बलिया में गरजे शिवपाल यादव, भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने की कही बात

उत्तर प्रदेश विधान मण्डल ने स्थापित किया कीर्तिमान

विधान सभा द्वारा लगभग सभी संशोधन स्वीकार कर लिए गये। वर्ष 1954 में प्रयागराज स्थित विश्वविद्यालय का संशोधन विधेयक, विधान परिषद द्वारा संशोधनों के साथ पारित किया गया, जिसे विधान सभा द्वारा स्वीकार कर लिया गया। 17 अगस्त, 1971 को ‘उत्तर प्रदेश हाईस्कूल तथा इण्टरमीडिएट काॅलेज शिक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों के वेतन का भुगतान सम्बन्धी विधेयक’ पारित किया गया। उन्होंने कहा कि 26 नवम्बर, 2019 को राज्य विधान मण्डल का संविधान दिवस पर विशेष सत्र आहूत किया था। 31 दिसम्बर, 2019 को राज्य विधान मण्डल का विशेष सत्र आहूत करके संविधान के 126वें संशोधन विधेयक-2019 का अनुसमर्थन किया गया। एक कैलेण्डर वर्ष में तीन विशेष सत्र आहूत कर उत्तर प्रदेश विधान मण्डल ने एक कीर्तिमान स्थापित किया।

रिपोर्ट : श्रीधर अग्निहोत्री

ये भी देखें: राम मंदिर के नाम पर लोग फर्जी तरीके से ले रहे चंदा, दान की हो रही बंदरबांट: परमहंस

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Shraddha Khare

Shraddha Khare

Next Story