मुख्यमंत्री के बड़बोलेपन का, अफसरों पर नहीं दिखता असर: अखिलेश

मुख्यमंत्री के ‘बयान‘ के बाद भी अपराधी प्रदेश छोड़कर नहीं गए, जो जेल गए वह वहीं से वे अपना काला धंधा धड़ल्ले से चला रहे हैं। ऐसा लगता है कि जैसे पूरा प्रशासन तंत्र पंगु हो गया है।

SK Gautam
Published on: 16 July 2019 2:28 PM GMT
मुख्यमंत्री के बड़बोलेपन का, अफसरों पर नहीं दिखता असर: अखिलेश
X

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि मुख्यमंत्री के बड़बोलेपन का उनके अधीनस्थ अफसरों पर कोई असर होता तो दिखाई नहीं देता है। प्रदेश में अपराधी बेलगाम हैं। कानून-व्यवस्था का उन्हें जरा भी खौफ नहीं रह गया है। हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।

पूरा प्रशासन तंत्र पंगु हो गया है

मुख्यमंत्री के ‘बयान‘ के बाद भी अपराधी प्रदेश छोड़कर नहीं गए, जो जेल गए वह वहीं से वे अपना काला धंधा धड़ल्ले से चला रहे हैं। ऐसा लगता है कि जैसे पूरा प्रशासन तंत्र पंगु हो गया है।

राज्यपाल भले ही इन हालात में उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश की राह पर बताएं पर सच तो यह है कि आज यूपी जनता के लिए भय और दहशत का पर्याय बन गया है।

ये भी देखें : धरती के भगवान : महिला को चारपाई पर लेकर आए और हंगामा शुरू कर दिया

कोई मामला जब तूल पकड़ता है तो फौरी तौरपर रस्म अदायगी कर दी जाती है

सपा मुखिया ने कहा कि समाजवादी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने बीती 15 जून को राज्यपाल से भेंट कर यूपी में निर्दोषों की हत्याओं से सम्बन्धित पत्र सौंपा था। एक माह बीत चुका है लेकिन सुधार के नाम पर परिणाम शून्य ही है। आज भी हत्याओं का क्रम जारी है। कोई मामला जब तूल पकड़ता है तो फौरी तौरपर रस्म अदायगी कर दी जाती है।

उन्होंने कहा कि बीती 15 जुलाई को अयोध्या के महाराजगंज थाना क्षेत्र में देर शाम समाजवादी लोहिया वाहिनी के गोसाईगंज विधानसभा अध्यक्ष अखिलेश यादव उर्फ टिक्कू की गोली मारकर हत्या कर दी गई। टिक्कू यादव सपा के उभरते युवा नेताओं में थे।

छेड़छाड़ के डर से तमाम छात्राओं ने स्कूल या कोचिंग जाना ही छोड़ दिया

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के यौन शोषण की घटनाएं कम नहीं हो रही हैं। छेड़छाड़ के डर से तमाम छात्राओं ने स्कूल या कोचिंग जाना ही छोड़ दिया। बलात्कार की बढ़ती इन घटनाओं का स्वतः संज्ञान सर्वोच्च न्यायालय ने भी लिया है।

कानून के बावजूद शासन प्रशासन अपराधियों में उसका भय नहीं पैदा कर सका है। स्थिति दिन प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है। लखनऊ में सआदतगंज में दबंगों ने सरेराह एक महिला के साथ छेड़छाड़ की और विरोध करने पर पिटाई कर दी। इसी तरह प्रतापगढ़ में कचहरी जा रहे वकील को जेठवारा इलाके में बदमाशों ने गोलियों से भून दिया।

ये भी देखें : जानिए क्यों डॉक्टर कभी भी रात में शव का पोस्टमार्टम नहीं करते

वाराणसी में मझिगवां में सोननदी पर पुल का निर्माण करा रहे इंजीनियर को चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। घोसी कोतवाली के भीरा विद्युत केन्द्र पर दरोगा समेत दो पुलिस कर्मियों को भीड़ ने पीटकर घायल कर दिया। सियाचिन में तैनात सेना के जवान का 15 वर्षीय बेटा बाराबंकी के निवास स्थल से गायब हो गया। उसका अपहरण किए जाने की आशंका है।

आजम पर दर्ज हो रहे मुकदमों की जांच के लिए अखिलेश ने गठित की कमेटी

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रामपुर से सपा सांसद आजम खां के खिलाफ दर्ज हो रहे किसानों की जमीनी विवाद के मुकदमों को फर्जी करार देते हुये इसकी जांच के लिए सपा विधानमंडल दल के एक 21 सदस्यीय कमेटी गठित की है। इस कमेटी का नेतृत्व विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन करेंगे।

सपा मुखिया ने मंगलवार को आजम खां के खिलाफ दर्ज हो रहे मुकदमों को रामपुर प्रशासन द्वारा प्रताडित करने वाली घटना बताया है।

ये भी देखें : सावधान: इनकम टैक्स रिटर्न में भूल से भी ना करें ये 5 गलतियां

उन्होंने बताया कि यह कमेटी आगामी 20 जुलाई को रामपुर पहंुच कर जांच करेगी। कमेटी के अध्यक्ष अहमद हसन तीन दिन में विस्तृत जांच रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष पेश करेंगे।

जांच कमेटी में अहमद हसन के साथ बलराम यादव, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, दुर्गा प्रसाद यादव, शैलेन्द्र यादव ‘ललई‘, नरेन्द्र वर्मा, रामसुन्दर दास निषाद, मो. रिजवान, ओमकार सिंह यादव, शशांक यादव, तसलीम अहमद, फहीम इरफान, शरदवीर सिंह, नवाब जान, आशुतोष उपाध्याय, नईम उल हसन, उदयवीर सिंह, पुष्पराज जैन उर्फ पम्मी, वासुदेव यादव, राजपाल कश्यप, संजय लाठर तथा श्रीमती लीलावती कुशवाहा शामिल रहेंगे।

SK Gautam

SK Gautam

Next Story