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स्कूलों में बच्चे और शिक्षक सफाई करें तो सराहना करनी चाहिए: सीएम योगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पहले तीन महीने बोर्ड परीक्षाएं चलती थी, तीन महीने में परिणाम आता था, तीन महीने त्योंहार-पर्व की छुट्टियां होती थी और तीन महीने महापुरुषों की जयंती की छुट्टियों में बीत जाते थे।

Aditya Mishra
Published on: 1 Sept 2019 6:55 PM IST
स्कूलों में बच्चे और शिक्षक सफाई करें तो सराहना करनी चाहिए: सीएम योगी
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लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को राजधानी स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया स्थित डॉ. भीमराव अम्बेडकर सभागार में माध्यमिक शिक्षा परिषद, सीबीएसई, आईसीएसई और संस्कृत शिक्षा परिषद की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा-2019 के 1695 मेधावी विद्यार्थियों को नकद राशि, टेबलेट, मैडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

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समारोह में मेधावी विद्यार्थियों के माता-पिता और उनके स्कूलों के प्रधानाचार्यों का भी सम्मानित किया गया।

सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी सरकारी चीज को लावारिस या अनाथ मानने की प्रवृत्ति खराब है।

सार्वजनिक संपत्ति सभी की है, उसका संरक्षण करना हर नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूल भी बच्चों का ही है, स्कूलों में बच्चे और शिक्षक सफाई करें तो उनकी शिकायत नहीं, सराहना करनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर स्थित अपने ट्रस्ट के पीजी कॉलेज का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां 2008 से आज तक कोई सफाई कर्मचारी या चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नहीं है। कॉलेज परिसर की सफाई से लेकर सभी व्यवस्थाएं वहां के शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थी मिलकर करते हैं।

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दो वर्ष में व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन किया

उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले तीन महीने बोर्ड परीक्षाएं चलती थी, तीन महीने में परिणाम आता था, तीन महीने त्योंहार-पर्व की छुट्टियां होती थी और तीन महीने महापुरुषों की जयंती की छुट्टियों में बीत जाते थे।

कहा कि, दो वर्ष में व्यवस्था आमूलचूल परिवर्तन किया है। अब परीक्षाएं मात्र 15 दिन में हो रही है, अप्रैल-मई तक सभी परिणाम जारी हो रहे हैं और महापुरुषों की जयंती पर छुट्टियों की जगह उनके बारे में बच्चों को जानकारियां दी जा रही है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा केवल डिग्री प्राप्त करने का माध्यम नहीं है। शिक्षा प्राप्त कर युवा पीढ़ी को एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने का मार्ग भी प्रशस्त करना है।

मुख्यमंत्री ने समारोह में आए मेधावी विद्यार्थियों के अभिभावकों को भी संदेश देते हुए कहा कि बच्चों के पहले शिक्षक माता-पिता हैं, वे घर परिवार में जैसे संस्कार और वातावरण देंगे बच्चों का व्यक्तित्व वैसा ही बनेगा।

102 मेधावियों को किया गया सम्मानित

सम्मान समारोह में 102 मेधावियों को मंच पर सम्मानित किया गया। जिसमें माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाई स्कूल और इंटर मीडिएट परीक्षा -2019 में राज्य स्तर पर प्रथम दस स्थान प्राप्त करने वाले 37, माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की परीक्षा में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले छह, काउंसिल फार दि इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन दिल्ली की परीक्षा में प्रथम दस स्थान प्राप्त करने वाले प्रदेश के 26, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में प्रथम दस स्थान प्राप्त करने वाले 33 मेधावी विद्यार्थियों को मंच पर एक-एक लाख रुपये नकद, मेडल, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इसके साथ ही माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की परीक्षा में चैथे से दसवां स्थान प्राप्त करने वाले 18 मेधावी, माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाई स्कूल और इंटर मीडिएट परीक्षा में जिला स्तर पर प्रथम दस स्थान प्राप्त करने वाले 1575 विद्यार्थियों सहित कुल 1593 मेधावियों को 21 हजार रुपये नकद, एक टेबलेट, मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

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Aditya Mishra

Aditya Mishra

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