TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

यूपी मेंं कोरोना जंगः हर दसवें दिन दस लाख टेस्टिंग किट लेने के दिये गए निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना को लेकर कहा कि प्रति 10 दिन में 10 लाख टेस्टिंग किट प्राप्त की जाएं।

Newstrack
Published on: 25 July 2020 4:08 PM IST
यूपी मेंं कोरोना जंगः हर दसवें दिन दस लाख टेस्टिंग किट लेने के दिये गए निर्देश
X

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना को लेकर कहा कि प्रति 10 दिन में 10 लाख टेस्टिंग किट प्राप्त की जाएं। उन्होंने आरटीपीसीआर तथा रैपिड एन्टीजन टेस्ट के द्वारा मेडिकल टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाने तथा सोमवार 27 जुलाई तक कुल टेस्ट की संख्या को 1 लाख टेस्ट प्रतिदिन किए जाने चाहिए।

ये भी पढ़ें:मौसम अलर्टः इस प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी, 31 सड़कें हुईं बंद

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा

सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव तथा अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को आज कानपुर नगर तथा झांसी एवं कल रविवार 26 जुलाई को प्रयागराज तथा मिर्जापुर मण्डलों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की मौके पर समीक्षा करने को कहा है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुख्य सचिव तथा अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य द्वारा काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग, डोर-टू-डोर सर्वे, संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध पाए गए लोगों का रैपिड एन्टीजन टेस्ट, एम्बुलंेस व्यवस्था, एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालय, कोविड बेड की संख्या, एल-1 अस्पताल में कुछ बेड पर आक्सीजन, एल-2 कोविड चिकित्सालय में प्रत्येक बेड पर आक्सीजन तथा कुछ बेड पर वंटीलेटर, एल-3 कोविड अस्पताल में को माॅरबिडिटी वाले रोगियों के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम की उपलब्धता, मेडिकल काॅलेजों सहित सभी चिकित्सालयों में डाॅक्टरों द्वारा राउण्ड लिए जाने, होम आइसोलेशन एवं पेड आइसोलेशन की व्यवस्था की समीक्षा की जाए।

इन समीक्षा बैठकों की रिपोर्ट उन्हें उपलब्ध कराई जाए

सीएम ने कहा कि इन समीक्षा बैठकों की रिपोर्ट उन्हें उपलब्ध कराई जाए। समीक्षा बैठक में निर्देशित बिन्दुओं पर कार्ययोजना भी तैयार की जाए। सम्बन्धित मण्डलायुक्त द्वारा अपने मण्डल के प्रत्येक जनपद में इस कार्ययोजना को लागू कराया जाए। इन मण्डलों में जनपदवार तैनात नोडल अधिकारियों को अपने प्रभार वाले जनपद में 5 दिन कैम्प करके इन व्यवस्थाओं को प्रभावी ढंग से पूरा कराया जाए।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज व कल प्रदेश में संचालित किए जा रहे विशेष स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन अभियान में कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। नगर विकास, ग्राम्य विकास तथा पंचायतीराज विभागों द्वारा सघन रूप से स्वच्छता सम्बन्धी गतिविधियां सम्पादित की जाए। ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में सेनिटाइजेशन के साथ-साथ एन्टी लार्वा रसायनों का छिड़काव तथा फाॅगिंग का कार्य कराया जाए। जल जमाव को दूर किया जाए। उन्हांेने कहा कि कोविड-19 तथा संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए संचालित इस अभियान को टीम भावना के साथ चलाया जाए।

सीएम ने कहा कि कोविड-19 के उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए कार्यों का नियोजन किया जाए। प्रत्येक उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पृथक-पृथक जिम्मेदारी सांैपी जाए।

कोई मरीज चिकित्सालयों के होल्डिंग एरिया में न रहे

इस व्यवस्था की प्रतिदिन माॅनिटरिंग की जाए। कार्य करने के साथ-साथ डाटा फीडिंग के महत्व पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई मरीज चिकित्सालयों के होल्डिंग एरिया में न रहे, उसे तत्काल इलाज उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने नई एम्बुलेंस को क्रय करने तथा एनएचएम के तहत अतिरिक्त एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एम्बुलेंस हेतु केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजे जाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने की व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के अन्तर्गत रोजगार एवं सेवायोजन के पोर्टल की माॅनिटरिंग के लिए जनपदों में अलग से एक टीम गठित की जाए। आवश्यकतानुसार बैंकर्स के साथ बैठक की जाए। उन्होंने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त को इस कार्य का प्रभावी अनुश्रवण करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस सम्बन्ध में सभी समस्याओं का त्वरित समाधान कराया जाए।

ये भी पढ़ें:ये है पुलिस कानपुर वालीः नाकामी का जाल बना फांस, नहीं लगाई बैग में चिप

सीएम ने कहा कि विगत चार माह के दौरान खाद्यान्न वितरण का कार्य पारदर्शी ढंग से हुआ है। आगामी चरणों में भी खाद्यान्न वितरण कार्य को इसी प्रकार बेहतर तरीके से सम्पादित किया जाए। वरिष्ठ अधिकारी वितरण कार्य की नियमित माॅनिटरिंग करें। उन्होंने सभी जरूरतमंदों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने तथा बाढ़ प्रभावित लोगों को हर सम्भव सहायता एवं राहत उपलब्ध कराई जाए। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में राहत सामग्री का सुचारु वितरण किया जाए। पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं के लिए चारे को प्रबन्ध किया जाए। ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज विभाग इन क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं।

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Newstrack

Newstrack

Next Story