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अमेठी में करोड़ों का भ्रष्टाचार! ढाई साल बाद भी तैयार नहीं हुआ CMO आफिस

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) अमेठी राजेश मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि यहां नवनिर्मित सीएमओ कार्यालय में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने बताया कि 3 मार्च 2017 को स्मृति ईरानी ने इसका लोकार्पण किया था, इसके बाद से सीएमओ कार्यालय का निर्माण कार्य शुरू हुआ था।

Shivakant Shukla
Published on: 31 Jan 2020 3:59 PM IST
अमेठी में करोड़ों का भ्रष्टाचार! ढाई साल बाद भी तैयार नहीं हुआ CMO आफिस
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अमेठी: कार्यदायी संस्थाएं सरकार और उसमे बैठे मंत्रियों के विकास कार्यों पर बट्टा लगाने में जुट गई हैं। रायबरेली की राजकीय निर्माण निगम इकाई नाम की संस्था उन्हीं में से एक है। ढ़ाई साल पहले उसने जिले में सीएमओ आफिस और स्वास्थ्य कर्मियों के सरकारी आवास बनाने के लिए बजट का करोड़ों रुपए पास करा लिए लेकिन आज भी बिल्डिंग तैयार नही हो सकी। इस पर सीएमओ ने जहां केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों को पत्र लिखकर शिकायत किया था। अब कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने इसमें भ्रष्ट्राचार का आरोप लगाया है।

सीएमओ ने लिखा था पत्र

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) अमेठी राजेश मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि यहां नवनिर्मित सीएमओ कार्यालय में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने बताया कि 3 मार्च 2017 को स्मृति ईरानी ने इसका लोकार्पण किया था, इसके बाद से सीएमओ कार्यालय का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। इस कार्य को राजकीय निर्माण निगम इकाई रायबरेली ने शुरू किया था।

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मार्च 2017 से लेकर नबंर 2018 तक संस्था को तीन करोड़ 5 लाख रुपए का भुगतान भी किया जा चुका है। लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी आज तक न तो निर्माण कार्य पूरा हुआ है ना ही पुताई कहीं ठीक से हुई है। मानक के अनुरूप निर्माण कार्य नही हुआ है। इस मामले को लेकर उन्होंने अमेठी सांसद स्मृति ईरानी, उनके निजी सचिव, उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रमुख सचिव को मामले की जांच कराने के लिए पत्र लिखा है।

दीपक सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

उधर कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि जिस कार्यालय का निर्माण राजकीय निर्माण निगम द्वारा शुरू किया गया था, जिसके लिए करोड़ों रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है, लेकिन निर्माण पूरा होते-होते यह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि विकास की गति दर्शाते हुए आधे-अधूरे निर्मित कार्यालय का प्रधानमंत्री द्वारा विगत 3 मार्च 2019 को लोकार्पण भी कर दिया गया परंतु आज तक निर्माण पूरा नहीं हो सका है।

उन्होंने अपने पत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया है कि इस पूरे मामले की जांच कराई जानी चाहिए और यह भी कहा कि आगामी विधानसभा सत्र के पहले आज जो भी कार्रवाई करते हैं उसे अवगत कराए वरना वह मामले को सदन में उठाने का काम करेंगे।

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दीपक सिंह का कहना है कि अमेठी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय का निर्माण, राजकीय निर्माण निगम द्वारा शुरू किया गया था, जो कि कार्य पूर्ण होने पर मानक के अनुरूप नहीं पाया गया। इसको लेकर डॉ.आरएम श्रीवास्तव मुख्य चिकित्सा अधिकारी अमेठी ने चिकित्सा विभाग के आलाधिकारियों को निर्माणाधीन मुख्य चिकित्साधिकारी एवं अधीनस्थ कार्यालय अमेठी की जांच के संबंध में पत्र लिखा है। कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने एक पत्र स्थानीय सांसद और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को भी लिखा है।



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Shivakant Shukla

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