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शौचालय निर्माण में धांधली: ग्रामीणों ने दिया धरना, DM को सौंपा ज्ञापन

एक ही व्यक्ति को दो शौचालय आवंटित कर दिए जबकि दूसरे शौचालय के पैसों का बंदरबांट कर लिया गया और ग्राम पंचायत को ओडीएफ घोषित करा लिया गया।

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Published on: 4 Sep 2020 5:13 PM GMT
शौचालय निर्माण में धांधली: ग्रामीणों ने दिया धरना, DM को सौंपा ज्ञापन
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शौचालय निर्माण में धांधली: ग्रामीणों ने दिया धरना, DM को सौंपा ज्ञापन

औरैया: केंद्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सूबे को स्वच्छ मिशन के तहत पूरी तरह से क्लीन देखना चाहती है। मगर उनके ही अधीनस्थ अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर योजनाओं को पूरी तरह से विफल बनाए जाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला विकास खंड बिधूना की एक ग्राम पंचायत में देखने को मिला। जिसमें प्रधान द्वारा एक ही व्यक्ति को दो शौचालय आवंटित कर दिए गए एक शौचालय का निर्माण करा दिया गया जबकि दूसरे शौचालय के पैसों का बंदरबांट कर लिया गया और ग्राम पंचायत को ओडीएफ घोषित करा लिया गया।

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शौचालय निर्माण में अनियमितता

बिधूना ब्लॉक की ग्राम पंचायत नवादा धांधू में शौचालय निर्माण में बड़ी अनियमितता किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। शुक्रवार को ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट में प्रधान और सचिव के खिलाफ धरना दिया और डीएम को शिकायती पत्र देकर प्रकरण की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की।

ग्राम पंचायत नवादा धांधू निवासी विपिन सिंह, राम किशोर सिंह, राजेश कुमार, धीरज कुमार, देवेश कुमार ने डीएम अभिषेक सिंह को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया कि तीन लाख 72 हजार की धनराशि से 256 शौचालयों का फर्जी निर्माण दर्शाकर प्रधान व सचिव ने धन का दुरुपयोग करते हुए बंदरबांट कर लिया और गांव को ओडीएफ कर दिया गया है।

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सिर्फ 50 से 60 शौचालयों का ही निर्माण

जमीनी हकीकत यह है कि गत वित्तीय वर्ष में प्रधान ने गांव में सिर्फ 50 से 60 शौचालयों का ही निर्माण कराया गया है। जिसमें से गांव के ज्यादातर शौचालय अधूरे पड़े हैं। जिससे लोग खुले में शौच करने को विवश हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध की उन्होंने कई बार ब्लॉक और तहसील स्तर पर शिकायत की है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने कहा कि प्रकरण की सक्षम अधिकारी से जांच करा ली जाए मामला स्पष्ट हो जाएगा। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान द्वारा एक ही नाम से दो लोगों को शौचालय आवंटित किए हैं और एक तो शौचालय बनवा दिया गया जबकि दूसरे का पैसा निकाल कर बंदरबांट कर लिया गया।

इस संबंध में एडीओ पंचायत पंकज तिवारी का कहना है कि ग्राम पंचायत की शिकायत उनके संज्ञान में आई हैं। पंचायत सचिव से ग्राम पंचायत के रिकार्ड मांगे गए हैं। अभिलेखों की जांच के बाद स्थलीय जांच कर उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा।

रिपोर्ट: प्रवेश चतुर्वेदी, औरैया

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