×

खतरनाक हुआ स्मॉग, बच्चे-बूढे परेशान, आखिर कब हटेगा, जानें यहां

लखनऊ के लोग आज सुबह से ही स्मॉग के चलते सबसे अधिक परेशान दिखे। लोगों को आँखों, नाक व गले में जलन महसूस हुई। तमाम लोगों को साँस लेने में दिक्कत की शिकायत करते देखा गया।

Shivakant Shukla
Published on: 4 Nov 2019 8:07 PM IST
खतरनाक हुआ स्मॉग, बच्चे-बूढे परेशान, आखिर कब हटेगा, जानें यहां
X

रामकृष्ण वाजपेयी

लखनऊ: हवाओं के ठप पड़ जाने से लखनऊ के ऊपर छाया स्मॉग खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा है। आक्सीजन की कमी से बच्चे और बूढे सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक दमे के रोगियों व हार्ट की तकलीफ बढ़ी है। स्मॉग से फिलहाल निजात मिलने की संभावना नहीं है। हवाओं के ट्रेंड को देखते हुए अगले रविवार तक स्मॉग के छटने की संभावना है। हालांकि मौसम विभाग के निदेशक का यह कहना है कि अगले दो तीन दिन में यह छंट जाएगा।

ये भी पढ़ें—कभी चीन भी था प्रदूषण का शिकार, ऐसे किया खात्मा

अभी तक बच्चों के स्कूल बंद नहीं किये गए

लोगों की बढ़ रही दिक्कतों के बीच प्रशासनिक स्तर पर अभी तक बच्चों के स्कूल बंद नहीं किये गए हैं। अभिभावक देर रात तक अखबार के दफ्तरों में यह जानने की कोशिश में लगे रहे कि क्या प्रशासनिक स्तर पर स्कूल बंद होने का कोई आदेश आया है। इस संबंध में जब बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात की गई और उनसे स्मॉग के खतरनाक को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी किये जाने के बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी तक प्रशासनिक स्तर ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इस संबंध में डीएम लखनऊ से भी बात करने का प्रयास किया गया लेकिन काल रिसीव नहीं हुई।

ये भी पढ़ें—अरे वाह क्या बात है! रिचार्ज कराने पर Airtel देगा 4 लाख का इंश्योरेंस, जानें डिटेल

आज पूरे दिन कोहरे जैसी धुंध छाई रही

लखनऊ के लोग आज सुबह से ही स्मॉग के चलते सबसे अधिक परेशान दिखे। लोगों को आँखों, नाक व गले में जलन महसूस हुई। तमाम लोगों को साँस लेने में दिक्कत की शिकायत करते देखा गया। स्कूल जाने वाले बच्चे स्मॉग को लेकर परेशान थे तो उनके माता पिता चिंतित। वातावरण में आज पूरे दिन कोहरे जैसी धुंध छाई रही। अस्पतालों में सांस के रोगियों की संख्या बढ़ रही है।

ये भी पढ़ें—चुटकी में वजन करें कम, यहां जानें टिप्स

हवाओं का जो ट्रेंड है उसके हिसाब से आज तीन किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं जो कि नाममात्र की कही जाएंगी। ह्यूमिडिटी का स्तर भी 73 फीसदी रहा। अगर कल भी हवाओं की यही स्थिति रही तो शुक्रवार के बाद ही स्थिति संभलने की संभावना है।

Shivakant Shukla

Shivakant Shukla

Next Story