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दिल्ली विधानसभा चुनाव: दिल्ली जिताने के लिए जुटेंगे राज्यों के दिग्गज
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दल सभी तरह की पैतरेबाजी आजमा रहे हैं। दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी के मुखिया केजरीवाल जहां स्थानीय मुद्दों को तरजीह दे रहे हैं तो उनसे दो-दो हाथ करने के लिए भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने भी दांव खेलना शुरू कर दिया है।
मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दल सभी तरह की पैतरेबाजी आजमा रहे हैं। दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी के मुखिया केजरीवाल जहां स्थानीय मुद्दों को तरजीह दे रहे हैं तो उनसे दो-दो हाथ करने के लिए भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने भी दांव खेलना शुरू कर दिया है। भाजपा और कांग्रेस विभिन्न प्रदेशों के अपने दिग्गज नेताओं को अब दिल्ली चुनाव में प्रचार के लिए उतारने जा रही है।
दिल्ली में बड़ी संख्या में रहते हैं अन्य प्रदेशों के लोग
दरअसल, राष्ट्रीय राजधानी होने के कारण दिल्ली में बड़ी संख्या में अन्य प्रदेशों के लोग रहते है। बिहार, यूपी और उत्तराखंड के लोगों की तो दिल्ली की आबादी में 60 फीसदी हिस्सेदारी मानी जाती है। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा के लोग भी अच्छी संख्या में बसे हुए हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राष्ट्रीय दल है और दोनों का ही विभिन्न प्रदेशो में सांगठनिक आधार है।
क्या पैतरा आजमा रही हैं पार्टियां
दोनों पार्टियों की ओर से इस संबंध में गंभीरता से विचार किया जा रहा है कि दिल्ली में रह रहे विभिन्न प्रदेशों के लोगों पर उनके प्रदेश के स्थानीय लोगों का प्रचार उनके लिए मुफीद साबित हो सकता है। दोनों दलों का मानना है कि दिल्ली के विभिन्न इलाको में रह रहे इन अन्य प्रदेशों के मतदाताओं पर अपने प्रदेश के नेताओं की अपील का असर कम कर सकता है। दिल्ली में कई विधानसभा क्षेत्र ऐसे है जहां यूपी और बिहार के लोग निर्णायक स्थिति में है।
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ये नेता हो सकते हैं चुनाव के लिए फायदेमंद
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के रणनीतिकारों ने विभिन्न प्रदेशों के अपने दल के उन नेताओं के नामों की सूची तैयार करनी शुरू कर दी है जो दिल्ली के चुनाव में पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। इसमे भाजपा के जिन नेताओं के नामों पर विचार हो रहा है उसमे यूपी से योगी आदित्यनाथ, डा. दिनेश शर्मा, केशव मौर्य, स्वामी प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, आशुतोष टंडन, सतीश महाना, स्वतंत्रदेव सिंह, संतोष गंगवार, सुरेश खन्ना, रीता जोशी, निरूहुवा और मनोज सिन्हा के नाम शामिल है।
इन नेताओं के नाम भी लिस्ट में शामिल
इसी तरह बिहार से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जयसवाल, उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, बिहार सरकार में मंत्री मंगल पांडे, पाटलिपुत्रा के सांसद रामकृपाल यादव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेनू देवी, प्रदेश उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह तथा संजय मयूख के साथ ही सहयोगी पार्टी जदयू के केसी त्यागी, आरसीपी सिंह, वशिष्ठ नारायण सिंह, ललन सिंह, रामनाथ ठाकुर, अशोक चैधरी, संजय कुमार झा, अफाक अहमद खान, दयानंद राय, श्रवण कुमार, जयकुमार सिंह, महाबली सिंह, महेश्वर हजारी, दिलेश्वर कामत, आरपी सिंह, सुनील कुमार पिंटू, कविता सिंह, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी और राज सिंह मान शामिल हैं।
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जबकि उत्तराखंड से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के अलावा सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, सांसद अजय भट्ट, तीरथ सिंह रावत आदि को चुनाव प्रचार में उतारा जा सकता है।
इधर, कांग्रेस भी दिल्ली विधानसभा चुनाव में राज्यों के अपने प्रभावशाली नेताओं को प्रचार में उतारने की तैयारी में है। इसमे यूपी से अजय कुमार लल्लू, जितिन प्रसाद, आरपीएन सिंह, सलमान खुर्शीद, प्रमोद तिवारी, निर्मल खत्री तथा श्रीप्रकाश जायसवाल है और उत्तराखंड से पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नाम प्रमुख हैं तो बिहार कांग्रेस से प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, अशोक कुमार कौकब कादरी, समीर कुमार सिंह तथा श्याम सुंदर धीरज के नाम शामिल है।
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