TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Deoria News: देवरिया की बेटी बनी पुलिस उपाधीक्षक, पहले प्रयास में ही मारी बाजी

Deoria News: निकिता को लोक सेवा आयोग की परीक्षा में तीन बार असफलता मिली, लेकिन उन्होंने यूपीपीसीएस में प्रथम प्रयास में सफलता का परचम लहरा दिया।

Shailesh Kumar Mishra
Published on: 8 April 2023 10:40 PM IST (Updated on: 8 April 2023 11:56 PM IST)
Deoria News: देवरिया की बेटी बनी पुलिस उपाधीक्षक, पहले प्रयास में ही मारी बाजी
X
देवरिया की निकिता श्रीवास्तव बनी पुलिस उपाधीक्षक (Pic: Newstrack)

Deoria News: तीन बार आईएएस की परीक्षा में असफल होने के बाद भी देवरिया की बेटी ने हार नहीं मानी और उसने वह कर दिखाया जिसके लिए आज उसकी हर कोई प्रशंसा कर रहा है। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की बेटी ने प्रथम प्रयास में यूपीपीसीएस में 52वां रैंक हासिल कर पुलिस उपाधीक्षक बन जनपद का नाम रोशन किया है।
जनपद के बरईपुर राव गांव के सत्यप्रकाश श्रीवास्तव जीआईसी में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं। उनके तीन संतानों में सबसे बड़ी पुत्री निकिता श्रीवास्तव महाराजा अग्रसेन बालिका इंटर कालेज देवरिया से 2011 में हाईस्कूल तथा 2013 में इंटर किया, उसके बाद 2016 में दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर से बीएसई किया। निकिता ने इग्नू से समाजशास्त्र में एमए किया, उसके बाद वह प्रयागराज में रहकर सिविल सेवा की तैयारी करने लगी।

डीएम बन लोगों की करना चाहती थीं सेवा

निकिता को लोक सेवा आयोग की परीक्षा में तीन बार असफलता मिली, लेकिन उन्होंने यूपीपीसीएस में प्रथम प्रयास में सफलता का परचम लहरा दिया। दो बहन तथा एक भाई में सबसे बड़ी निकिता श्रीवास्तव डीएम बन लोगों की सेवा करना चाहती थीं, लेकिन तीन बार आईएएस की परीक्षा में सफलता नहीं मिलने पर वह यूपीपीसीएस की 2022 की परीक्षा में बैठीं और प्रथम प्रयास में ही 52वां रैंक पाकर पुलिस उपाधीक्षक बनकर माता-पिता का नाम रोशन किया है।

फूल माला से ग्रामीणों ने किया स्वागत

निकिता श्रीवास्तव का पैतृक गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने अपनी बेटी का फूल मालाओं से स्वागत किया। निकिता कहती हैं कि अगर इमानदारी के साथ कोशिश की जाए तो सफलता अवश्य मिलेगी। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि आपका फोकस हर विषय पर होना चाहिए। किसी से कम नहीं आंकना चाहिए। जो भी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें इमानदारी से मेहनत करना चाहिए और असफलता से हार नहीं माननी चाहिए।



\
Shailesh Kumar Mishra

Shailesh Kumar Mishra

Next Story