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Deoria Murder Case: प्रेमचंद यादव के घर पर बुलडोजर चलने पर ही होगा ब्रह्मभोज,देवेश दुबे ने कहा-अभी तक मिल रहा सिर्फ आश्वासन

Deoria Murder Case: प्रेमचंद यादव समेत घटना में शामिल आरोपितों के मकान पर बुलडोजर चलाए जाने के बाद ही मैं अपने परिवार के सदस्यों का ब्रह्मभोज करूंगा।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 12 Oct 2023 8:22 AM GMT (Updated on: 12 Oct 2023 8:23 AM GMT)
Deoria Murder Case
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Deoria Murder Case (Photo: Social Media)

Deoria Murder Case: देवरिया में हुए सामूहिक नरसंहार के बाद अब ब्रह्मभोज को लेकर माहौल गरमा गया है। सत्य प्रकाश दुबे,उनकी पत्नी, दो बेटियों और एक बेटे की सामूहिक हत्या का ब्रह्मभोज 13 अक्टूबर को है मगर उससे पूर्व सत्य प्रकाश दुबे के बेटे देवेश दुबे ने कहा है कि कार्रवाई के नाम पर अभी तक सिर्फ आश्वासन मिलता रहा है। अगर मैं अपने परिवार के सदस्यों का ब्रह्मभोज कर देता हूं तो यह भी संभव है कि उसके बाद कोई कार्रवाई न हो।

देवेश दुबे ने साफ तौर पर कहा कि उसके परिवार के लोगों की हत्या करने वालों का एनकाउंटर किया जाना चाहिए। प्रेमचंद यादव समेत घटना में शामिल आरोपितों के मकान पर बुलडोजर चलाए जाने के बाद ही मैं अपने परिवार के सदस्यों का ब्रह्मभोज करूंगा। बुधवार को तहसीलदार रुद्रपुर अरुण कुमार की कोर्ट ने प्रेमचंद यादव के घर को अवैध बताते हुए बेदखली का आदेश दिया था। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रेमचंद यादव के घर पर बुलडोजर एक्शन लिया जा सकता है। इस बीच देवेश दुबे के बयान ने प्रशासन पर बुलडोजर कार्रवाई का दबाव बढ़ा दिया है।

आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग

देवरिया हत्याकांड में मारे गए सत्य प्रकाश दुबे के बड़े बेटे देवेश दुबे ने इस हत्याकांड को लेकर की गई कार्रवाई के संबंध में प्रशासन,पुलिस और सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान देवेश फफक पड़ा। देवेश ने कहा कि दो अक्टूबर को मेरे माता-पिता समेत परिवार के पांच सदस्यों की बेरहमी से नृशंस हत्या कर दी गई मगर अभी तक कार्रवाई के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मिलता रहा है। देवेश ने सवाल किया कि अगर इस तरह की घटना किसी प्रशासनिक अफसर के परिवार में होती तो भी क्या प्रशासन का यही रवैया रहता?

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देवेश ने साफ तौर पर कहा कि 13 अक्टूबर को मेरे परिवार के मारे गए सदस्यों का ब्रह्मभोज है मगर उससे पूर्व घटना में शामिल आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। आरोपियों का या तो एनकाउंटर किया जाना चाहिए या उन्हें फांसी की सजा दी जानी चाहिए। प्रेमचंद यादव समेत जिन लोगों ने मेरे परिवार के सदस्यों की हत्या की थी, उनके घर पर बुलडोजर चलाया जाना चाहिए। उसके बाद ही मैं अपने परिवार के सदस्यों का ब्रह्मभोज करूंगा।



तहसीलदार कोर्ट ने दिया बेदखली का आदेश

इस बीच बुधवार को रुद्रपुर के तहसीलदार की कोर्ट ने प्रेमचंद यादव के मकान को अवैध बताते हुए बेदखली का आदेश दिया है। दूसरी ओर मृतक प्रेमचंद यादव के पिता रामभवन के वकील गोपीनाथ यादव का कहना हैकि उनके पास इस मामले में ऊपरी अदालत में अपील करने के लिए 30 दिन का समय है। उन्होंने इस मामले को ऊपरी अदालत में ले जाने की बात कही है। वैसे तहसीलदार कोर्ट के आदेश के बाद प्रेमचंद यादव के मकान पर बुलडोजर चलना तय माना जा रहा है। हालांकि अभी तक अफसर इस मामले में कुछ भी सीधे तौर पर बताने से परहेज कर रहे हैं।

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प्रेमचंद के परिजनों ने जताई इंसाफ की उम्मीद

तहसीलदार कोर्ट की ओर से मकान को अवैध बताने और बेदखली के आदेश के बाद प्रेमचंद यादव के परिजन सहमे हुए हैं। उनका आरोप है कि घर पर पुलिस की तैनाती कर दी गई है और परिवार के लोगों को किसी से मिलने-जुलने नहीं दिया जा रहा है। प्रेमचंद यादव की बेटियों का कहना है कि पिता का साया उठने के बाद अब बुलडोजर से मकान गिराए जाने का भय सता रहा है। प्रेमचंद के परिजनों ने इंसाफ की उम्मीद जताते हुए कहा कि मकान गिराए जाने पर हम पूरी तरह बर्बाद हो जाएंगे।

प्रेमचंद की बेटी अर्चना ने कहा कि हमारे मकान पर लाल निशान लगाने के साथ ही नोटिस भी चस्पा की गई है। 17 तारीख को पिता के ब्रह्मभोज में काफी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है और ऐसे में हमारी प्रशासन से मांग है कि लोगों के आने पर किसी भी प्रकार की रोक न लगे।



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पूर्व मंत्री ने दी देवेश को दो लाख की मदद

इस मामले को लेकर सियासत भी गरमाई हुई है और सपा-भाजपा नेताओं की ओर से रोज नए-नए बयान दिए जा रहे हैं। इस बीच प्रदेश के पूर्व बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी ने देवेश दुबे से मुलाकात करके सांत्वना दी। उन्होंने देवेश को दो लाख रुपए की आर्थिक मदद भी दी है। उन्होंने कहा कि यह मदद सिद्धार्थनगर क्षेत्र के लोगों ने भेजी है। इससे पूर्व रविवार को श्रद्धांजलि सभा के दौरान भी काफी संख्या लोगों ने देवेश को लाखों रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया था।

Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh from Kanpur. I Started career with Jagran Prakashan and then joined Hindustan and Rajasthan Patrika Group. During my career in journalism, worked in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi.

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