Hardoi News: 1965 में हुए विद्युतिकरण से हो रही आपूर्ति, जर्जर तार और खंभों से लोगों को भरोसा उठा

Hardoi News: स्थानीय लोग बताते हैं कि कस्बे की बिजली लाइन काफी पुरानी व जर्जर है। जिसके कारण आएदिन तार टूटने सहित लोकल फॉल्ट होती रहती है। घंटों तक आपूर्ति बाधित रहती है। गर्मियों में लोड बढ़ने से मुसीबत और ज्यादा बढ़ने लगी है।

Pulkit Sharma
Published on: 3 April 2023 3:31 PM GMT
Hardoi News: 1965 में हुए विद्युतिकरण से हो रही आपूर्ति, जर्जर तार और खंभों से लोगों को भरोसा उठा
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dilapidated wire Electricity supply in Hardoi

hardoi news: बढ़ती गर्मी ने कस्बे में रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ा दी है। उन्हें अंदेशा है कि आम दिनों में बिजली के जर्जर तार और खंभे गिरते-पड़ते रहते हैं। अब गर्मी के दिनों में फॉल्ट की वजह से जगह-जगह बिजली जाना शुरू हो गई है। ऐसे में बढ़ती गर्मी के बीच निर्बाध विद्युत आपूर्ति नहीं मिलने से उनका क्या हाल होगा।

हर रोज होती है लोकल फॉल्ट

स्थानीय लोग बताते हैं कि कस्बे की बिजली लाइन काफी पुरानी व जर्जर है। जिसके कारण आएदिन तार टूटने सहित लोकल फॉल्ट होती रहती है। घंटों तक आपूर्ति बाधित रहती है। गर्मियों में लोड बढ़ने से मुसीबत और ज्यादा बढ़ने लगी है। कस्बे में वर्ष 1965 में विद्युतिकरण किया गया था। उस समय नगर के सभी वार्डो में विद्युत लाइन बिछाई गई थी। तब से अभी तक कस्बे के सभी वार्डों में उसी विद्युत लाइन के सहारे बिजली आपूर्ति की जा रही है। जिसके चलते लोड बढ़ने या हवा के बहाव में जर्जर तार टूट कर गिर जाते हैं। ऐसे में कई घण्टों तक आपूर्ति बाधित रहती है। कई जगहों पर तार जमीन से कुछ ही ऊंचाई पर झूल रहे है। कई बार अचानक तार टूटकर गिरने की कई घटनाएं हो चुकीं हैं, जिसमें राहगीर लोग बाल-बाल बचे हैं।

बिजली विभाग से नई लाइन डालने की मांग

स्थानीय लोगों का कहना है कि जर्जर तार लगातार हादसे की वजह बन रहे हैं। बिजली विभाग मूकदर्शक बना हुआ है, कहीं फॉल्ट होती है तो उसे दुरूस्त करके विभाग अपना पल्ला झाड़ लेता है। कई बार यहां की लाइन बदलकर नए तार डालने की मांग की गई है लेकिन सुनवाई नहीं होती है। स्थानीय लोगों के मुताबिक कई बार तार बदलाये जाने की मांग की जा चुकी है। लेकिन विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाये हैं। तारों को बदलवाकर नई लाइन बिछाई जाए। जिसके कारण लोगों को राहत मिल सके।

क्या बोले क़स्बे के लोग

मोहल्ला सरायं सैफ के रहने वाले भुवनेश्वर पांडेय बताते हैं कि जर्जर तारों को बदलवाने की मांग लंबे समय से की जा रही है। लेकिन विभाग द्वारा अभी तक कोई प्रक्रिया अमल में नहीं लाई गई है। इसी तरह स्टूडेंट अंजली वर्मा ने कहा कि जर्जर लाइन के कारण घंटों आपूर्ति बाधित होने से पढ़ाई करने में डिस्टर्ब होता है। जिसकी वजह से स्टूडेंट्स को परीक्षा की तैयारी करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

ये कहना है जिम्मेदारों का

इलाके के जेई वीरेंद्र कुमार ने बताया कि कस्बे की जर्जर लाइन को बदलवाए जाने का कार्य प्रगति पर है। 28 लाख रुपये का स्टीमेट बनाकर भेजा जा चुका है। मंजूरी मिलते ही पूरे कस्बे में नए बिजली के तारों की लाइन को बिछाया जाएगा। जिससे लोगों को राहत मिल सकेगी।

Pulkit Sharma

Pulkit Sharma

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