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क्या आप को पता है, क्या खाने को पाते हैं कोरोना वारियर डॉक्टर्स
कहा जा रहा है कि यदि किसी भी व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है तो वह व्यक्ति भी कोरोना संक्रमण से प्रभावित हो सकता है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने लगातार ड्यूटी दे रहे डाक्टरों के लिए उनके खाने पीने का विशेष इंतजाम किया गया है।
लखनऊ। आप ये खबरें तो रोज पढ़ रहे होंगे कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में पुलिस और चिकित्साकर्मी दिन रात एक किये हुए हैं। कोई अपने नवजात शिशु से दूर है तो किसी ने शादी टाल दी है। कोई मिलों दूर से आकर इस जंग में शामिल हुआ है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि यूपी में सरकार इन कोरोना फाइटर्स के लिए क्या कर रही है।
यूपी में कोरोना के खिलाफ जंग में उतरे डाक्टरों और नर्सो के स्वास्थ्य का राज्य सरकार पूरी शिद्दत से ध्यान रख रही है। इन चिकित्साकर्मियों को अदरक तुलसी व नीबू की चाय पिलाई जा रही है। इनके लिए डाइट चार्ट बनाकर मेन्यू के हिसाब से उनके खाने पीने का पूरा इंतजाम किया जा रहा है ताकि उनका इम्यून सिस्टम मजबूत बना रहे।
ये है चिकित्साकर्मियों का डाइट चार्ट
मिली जानकारी के अनुसार सुबह से लेकर शाम तक मेडिकल से जुडे ऐसे लोगों को सुबह दूध हल्दी अखरोट भुना हुआ मखाना दिया जा रहा है। इसके बाद दो पराठे, सीजनल सब्जी, दलिया और एक कटोरी पोहा दिया जा रहा है।
इसके साथ ही संतरा अथवा कोई अन्य फल भी दिया जाता है। अंकुरित चना पनीर देने के बाद सुबह 11 बजे चाय दी जाती है। चाय भी कोई साधारण चाय नहीं बल्कि इसमें अदरक, तुलसी, लौंग, काली मिर्च आदि रहती है।
इसके बाद दोपहर के भोजन में कैलोरी से परिपूर्ण थाली में दो रोटी चावल एक कटोरी दाल सलाद एक हरी सब्जी मटठा पनीर का रायता और उबला हुआ अंडा दिया जाता है। इसके बाद शाम को भुना हुआ मखाना हलुआ और एक कप चाय दी जाती है। फिर देर रात भोजन बेहद पौष्टिक दिया जा रहा है। भोजन की क्वालिटी उसी तरह की होगी जैसी कि दोपहर को रहती है। चार्ट के अनुसार रात को सोते समय दूध भी दिया जाता है।
डॉक्टरों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा था विपरीत असर
दरअसल जब से कोरोना वायरस का संकट शुरू हुआ है तब से लगातार डाक्टरों पर काम का प्रेशर है जिसके चलते न तो वह घर जा पा रहे हैं और न ही अपने खाने पीने का ख्याल रख पा रहे है। जिसके कारण कई डाक्टरों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड रहा है।
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इसके अलावा कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के कारण उनके स्वास्थ्य पर भी गंभीर संकट मंडरा है। कहा जा रहा है कि यदि किसी भी व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है तो वह व्यक्ति भी कोरोना संक्रमण से प्रभावित हो सकता है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने लगातार ड्यूटी दे रहे डाक्टरों के लिए उनके खाने पीने का विशेष इंतजाम किया गया है।
श्रीधर अग्निहोत्री की रिपोर्ट