TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

युवाओं के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी, 4 करोड़ लोगों को मिलेगी नौकरी

देश में रोजगार को लेकर अच्छी खबर है। सरकार का अनुमान है कि आने पांच साल में चार करोड़ अच्छी सैलरी वाली नौकरियां पैदा होंगी और इनकी संख्या 2030 तक बढ़कर आठ करोड़ तक हो जाएंगी।

Dharmendra kumar
Published on: 31 Jan 2020 5:36 PM IST
युवाओं के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी, 4 करोड़ लोगों को मिलेगी नौकरी
X

नई दिल्ली: देश में रोजगार को लेकर अच्छी खबर है। सरकार का अनुमान है कि आने पांच साल में चार करोड़ अच्छी सैलरी वाली नौकरियां पैदा होंगी और इनकी संख्या 2030 तक बढ़कर आठ करोड़ तक हो जाएंगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए आर्थ‍िक सर्वेक्षण संसद में शुक्रवार को पेश कर दिया है।

संसद में पेश आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 के मुताबिक 2025 तक देश में अच्छी सैलरी वाली चार करोड़ नौकरियां पैदा होंगी और 2030 तक इनकी संख्या आठ करोड़ हो जाएगी। इसके साथ ही इस सर्वेक्षण के मुताबिक वर्ष 2011-12 से 2017-18 के छह साल के दौरान 2.62 करोड़ लोगों को नई नौकरी मिली है।

आर्थिक समीक्षा में बताया गया है कि भारत के पास श्रम आधारित निर्यात को बढ़ावा देने के लिए चीन के समान अभूतपूर्व अवसर है। भारत में 'असेम्बल इन इंडिया' और 'मेक इन इंडिया' के कार्यक्रमों से दुनिया के निर्यात बाजार में भारत की हिस्सेदारी 2025 तक 3.5 प्रतिशत हो जाएगी, जो आगे जाकर 2030 तक छह तक हो जाएगी।

यह भी पढ़ें...सुपरओवर का रोमांच, भारत ने न्यूजीलैंड को हराया, 4-0 से बनाई बढ़त

आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक 2025 तक भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए जरूरी मूल्य संवर्धन में नेटवर्क उत्पादों के निर्यात में एक तिहाई की वृद्धि होगी।

यह भी पढ़ें...सेना ने ऐसे रोका आतंकियों को, एक झटके में दहल जाता कश्मीर

आर्थिक सर्वेक्षण में भारत को चीन जैसी रणनीति अपनाने का भी सुझाव दिया गया है, जिसके तहत श्रम आधारित क्षेत्रों में खासतौर से नेटवर्क उत्पादों के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विशेषज्ञता हासिल करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही नेटवर्क उत्पादों के बड़े स्तर पर असेम्बलिंग की गतिविधियों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बताई गई है।

यह भी पढ़ें...चुनाव आयोग ने बढ़ाया दिल्ली पुलिस कमिश्नर पटनायक का कार्यकाल, जानें क्यों?

इसके अलावा सर्वेक्षण में अमीर देशों के बाजार में निर्यात को बढ़ावा देने और निर्यात नीति को अनुकूल बनाने का भी सलाह दी गई है। आर्थिक समीक्षा में भारत की ओर से किए गए व्यापार समझौतों का कुल व्यापार संतुलन पर पड़ने वाले प्रभाव का विश्लेषण किया गया है।



\
Dharmendra kumar

Dharmendra kumar

Next Story