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UP Nikay Chunav 2023: प्रदेश के 37 जिलों में आज थम जाएगा चुनाव प्रचार, पीएम-सीएम के गढ़ में भी 4 मई को वोटिंग

UP Nikay Chunav 2023: निकाय चुनाव के पहले चरण में 4 मई को मतदान होने वाला है। भाजपा के साथ ही सपा,बसपा, कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव में जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है। 2024 की सियासी जंग से पहले हो रहे निकाय चुनाव को सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

Anshuman Tiwari
Published on: 2 May 2023 5:07 PM IST (Updated on: 2 May 2023 5:26 PM IST)
UP Nikay Chunav 2023: प्रदेश के 37 जिलों में आज थम जाएगा चुनाव प्रचार, पीएम-सीएम के गढ़ में भी 4 मई को वोटिंग
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UP Nikay Chunav 2023 (Photo: Social Media)

UP Nikay Chunav 2023: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के पहले चरण का प्रचार आज शाम छह बजे थम जाएगा। पहले चरण में जिन जिलों में मतदान होना है उनमें राजधानी लखनऊ समेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गढ़ माने जाने वाले वाराणसी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ माने जाने वाले गोरखपुर समेत 37 जिले शामिल हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बार निकाय चुनावों में पूरी ताकत झोंक रखी है और वे विभिन्न जिलों का लगातार दौरा करने में जुटे हुए हैं।
निकाय चुनाव के पहले चरण में 4 मई को मतदान होने वाला है। भाजपा के साथ ही सपा,बसपा, कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव में जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है। 2024 की सियासी जंग से पहले हो रहे निकाय चुनाव को सियासी नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जानकारों का मानना है कि निकाय चुनाव से निकलने वाले नतीजों का अगले साल होने वाली सबसे बड़ी सियासी जंग पर भी असर पड़ेगा।

पहले चरण में इन जिलों में होगा मतदान

निकाय चुनाव के पहले चरण में जिन जिलों में मतदान होना है उनमें राजधानी लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी, आगरा, मुरादाबाद, सहारनपुर और देवीपाटन डिवीजन शामिल है। मतदान से पूर्व इन सभी स्थानों पर चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सभी जिलों में प्रशासनिक टीमें शांतिपूर्ण मतदान कराने की कोशिश में जुटी हुई है। प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि शाम छह बजे के बाद प्रचार करने पर प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाएगी।
पहले चरण में जिन जिलों में मतदान होना है उनमें शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर,अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर, आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, मैनपुरी, झांसी, जालौन, ललितपुर, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, उन्नाव, हरदोई, लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, जौनपुर शामिल हैं।

योगी ने प्रचार में झोंकी पूरी ताकत

निकाय चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी दलों ने पूरी ताकत लगा रखी है। हालांकि चुनाव प्रचार में भाजपा नेता दूसरे दलों की अपेक्षा ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए लगातार विभिन्न इलाकों का दौरा करने में जुटे हुए हैं। योगी के दौरे का कार्यक्रम इस तरह तय किया गया है कि चुनावी शोर थमने से पहले पहले चरण के अधिक से अधिक जिलों को कवर किया जाए। भाजपा सूत्रों का कहना है कि पहले चरण का चुनावी शोर थमने के बाद योगी दूसरे चरण वाले इलाकों में धुआंधार चुनाव प्रचार शुरू करेंगे।
अपनी चुनावी सभाओं में योगी लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि डबल इंजन की सरकार के साथ विकास कार्यों में काफी तेजी आई है और यदि इसमें तीसरा भी जुड़ जाएगा तो सोने पर सुहागा होगा। इसके साथ ही योगी माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ सरकार की ओर से छेड़े गए अभियान का भी प्रमुखता से जिक्र कर रहे हैं। प्रदेश में अपनी व्यस्तता के कारण योगी कर्नाटक चुनाव के लिए भी ज्यादा समय नहीं दे पा रहे हैं जबकि कर्नाटक में उनकी भारी डिमांड बनी हुई है।

प्रचार में भाजपा से दूसरे दल पिछड़े

चुनाव प्रचार के आखिरी दिन से पहले सोमवार को देर रात तक विभिन्न दलों के नेता और प्रत्याशी अपने-अपने इलाकों में चुनाव प्रचार में जुटे रहे। मंगलवार को भी शाम छह बजे तक जोरदार प्रचार कार्यक्रम चलने वाला है। जानकारों का कहना है कि चुनावी शोर थमने के बाद सभी राजनीतिक दल और प्रत्याशी बूथ प्रबंधन की व्यवस्था में जुट जाएंगे। सियासी जानकारों का कहना है कि इस बार के चुनाव प्रचार में भाजपा की ओर से सबसे ज्यादा सक्रियता दिख रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा दोनों डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और केशव मौर्य भी लगातार प्रचार करने में जुटे हुए हैं। सपा मुखिया अखिलेश यादव भी कुछ इलाकों में प्रचार करने के लिए गए हैं जबकि बसपा मुखिया मायावती अभी प्रचार में सक्रिय नहीं दिखी हैं। निकाय चुनाव के नतीजों को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यही कारण है कि भाजपा ने चुनावी जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है।



Anshuman Tiwari

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