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अब इस ट्रेन का सपना जल्द होगा पूरा, भटनी-औंड़िहार रेल प्रखंड पर ये कार्य पूरा
रेल संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के उपरांत इस रेल प्रखंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेन के शीघ्र परिचालन की संभावना अब बलवती हो गई है।
बलिया: देशव्यापी लॉकडाउन एवं कोरोना संक्रमण के मध्य पूर्वोत्तर रेलवे ने वाराणसी मंडल के भटनी-औंड़िहार रेल प्रखंड पर विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया है। औड़िहार-इन्दारा के मध्य इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल भी हो गया। रेल संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के उपरांत इस रेल प्रखंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेन के शीघ्र परिचालन की संभावना अब बलवती हो गई है।
इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने का सपना होगा साकार
वाराणसी-गोरखपुर रेल प्रखंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने का सपना बहुत जल्द अब साकार होने जा रहा है। इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने के साथ ही इस रेल प्रखंड के जरिये दूरस्थ स्थानों के लिए ट्रेन का परिचालन शुरू होने की संभावना बलवती हो गई है। वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर लागू देश व्यापी लॉक डाउन को पूर्वोत्तर रेलवे ने अवसर के रूप में बनाकर एक यादगार तोहफा देने की तैयारी पूरी कर लिया है। पूर्वोत्तर रेलवे ने वाराणसी मंडल के भटनी-औंड़िहार रेल प्रखंड पर विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया है। 125 रूट किलोमीटर के विद्युतीकरण का चुनौतीपूर्ण कार्य पूर्ण कर गत 18 जून को भटनी-किड़िहरापुर के मध्य तथा 19 जून,2020 को औड़िहार-इन्दारा के मध्य इलेक्ट्रिक इंजन ट्रायल भी सम्पन्न हो गया। पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के जन सम्पर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा इस कार्य का निरीक्षण किया जाएगा।
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विद्युतीकरण कार्य सम्पन्न होने से अब गोरखपुर से वाराणसी के मध्य एक बड़ा हिस्सा अब विद्युतीकृत रेल खण्डों से जुड़ जायेगा इससे जहां एक तरफ इस रेल प्रखंड के जरिये दूरस्थ स्थानों के लिये ट्रेनों के परिचालन का मार्ग प्रशस्त होगा वहीं अन्य लाभों के अतिरिक्त ट्रेनों के गति में परिवर्तन के परिणामस्वरूप समय-पालन में भी अपेक्षित सुधार होने की संभावना है। विद्युतीकरण से पर्यावरण को लाभ पहुंचने के साथ ही ध्वनि प्रदूषण से मुक्ति मिलने तथा डीजल पर निर्भरता समाप्त हो जाने की संभावना है। जन सम्पर्क अधिकारी ने बताया कि विद्युतीकरण से ईंधन खर्च में कमी आयेगी तथा आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी।
ऊर्जा संरक्षण को लेकर रेल प्रशासन सजग- जन सम्पर्क अधिकारी
जन सम्पर्क अधिकारी श्री कुमार ने बताया कि ऊर्जा संरक्षण को लेकर रेल प्रशासन बेहद सजग है। पूर्वोत्तर रेलवे ने पिछले वर्ष 540 रूट किमी. रेलवे प्रखंड के विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण किया। उन्होंने बताया कि विगत कुछ वर्षों में पूर्वोत्तर रेलवे में विद्युतीकरण के कार्य में अच्छी-खासी तेजी आयी है। वर्ष 2016-17 में 159.20 रूट किमी , वर्ष 2017-18 में 167.14 रूट किमी एवं वर्ष 2018-19 में 431.23 रूट किमी. रेल खण्ड का विद्युतीकरण कार्य पूरा हुआ है। उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे के इस खण्ड के अतिरिक्त अन्य खण्डों पर भी विद्युतीकरण का कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है।
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लखनऊ मण्डल के गोण्डा-सुभागपुर खण्ड (11 रूट किमी.) पर भी 19 जून,2020 को इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल सम्पन्न हुआ। इज्जतनगर मण्डल पर कासगंज-बरेली खण्ड (108 रूट किमी.) के विद्युतीकरण का कार्य भी लगभग पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि इन खण्डों पर भी शीघ्र ही रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण किया जायेगा। उन्होंने दावा किया है कि इन तीनों खण्डों के विद्युतीकरण होने के उपरान्त पूर्वोत्तर रेलवे पर कुल 1967 रूट किमी. रेलपथ विद्युतीकृत हो जायेगा।
रिपोर्ट- अनूप कुमार हेमकर