मिल गया कैंसर का इलाज! सदाबहार पौधे से होगा इस बीमारी पर वार

घर में आसानी से उगने वाले सदाबहार पौधे कैंसर की दवा बनाने में उपयोगी होते हैं। इसमें मौजूद एल्कलॉयड विनक्रिस्टीन और विनब्लास्टीन से कैंसर की दवा बनाई जाती है।

Shreya
Published on: 11 Nov 2019 10:11 AM GMT
मिल गया कैंसर का इलाज! सदाबहार पौधे से होगा इस बीमारी पर वार
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मिल गया कैंसर का इलाज! सदाबहार पौधे से होगा इस बीमारी पर वार

लखनऊ: घर में आसानी से उगने वाले सदाबहार पौधे कैंसर की दवा बनाने में उपयोगी होते हैं। इसमें मौजूद एल्कलॉयड विनक्रिस्टीन और विनब्लास्टीन से कैंसर की दवा बनाई जाती है। ये दोनों एल्कलॉयड विंडोलीन व कैथेरनथीन इन दो इकाइयों से मिलकर तैयार होते हैं। केंद्रीय औषधीय और सगंध पौधा संस्थान (सीमैप) के वैज्ञानिकों की तरफ से विकसित की गई, सदाबहार की सिम-सुशील वैरायटी को कैंसर के खात्मे के लिए काफी अहम माना जा रहा है।

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सदाबहार पौधे में ही होता है विंडोलीन

सीमैप के डॉ. आशुतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि, विंडोलीन केवल सदाबहार पौधे की पत्तियों से ही मिल सकता है। नई किस्म में विंडोलीन मौजूदा किस्मों के मुकाबले 5 गुना से अधिक है। कैंसर की दवा बनाने में सहायक विनक्रिस्टीन और विनब्लास्टीन विंडोलीन एवं कैथेरनथीन के अर्ध संश्लेषण से तैयार होता है। कैथेरनथीन सदाबहार पौधे में फूल से लेकर जड़ तक में मौजूद होता है, जबकि विंडोलीन केवल पौधे की हरी पत्तियों में ही पाया जाता है। अब नई किस्म में पत्तियों की अधिक मौजूदगी से विंडोलीन अधिक मात्रा में प्राप्त होगा। औषधि उद्योग सहित देश-विदेश में इसकी काफी मांग है, इसलिए किसानों के लिए भी ये नई किस्म लाभकारी सिद्ध होगी।

इस तरह से तैयार हुआ सिम-सुशील

सदाबहार की सिम-सुशील को सीमैप द्वारा तैयार की गई सफेद फूल वाली निर्मल वैरायटी के म्यूटेशन से तैयार किया गया है। भारत सरकार के विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसइआरबी) के वित्तीय सहयोग से ये शोध किया गया है।

उत्तर प्रदेश में भी खेती को बढ़ावा

डॉ. आशुतोष शुक्ला ने बताया कि, अभी तक प्रमुख रुप से तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और गुजरात में सदाबहार की व्यावसायिक खेती होती है। अब उत्तर प्रदेश में भी इसकी खेती को बढ़ावा देने की कोशिशें की जा रही हैं।

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इन्होंने किया शोध

डॉ.आशुतोष कुमार शुक्ला, पूजा सिंहई डॉ. मनीषा मल्ल, सीमा यादव, डॉ.अजीत कुमार शासनी, डॉ.वी सुंदरेसन, अभिलाषा श्रीवास्तव, डॉ.सोनी गुप्ता, डॉ.पूजा खरे, डॉ.करुणा शंकर, के भास्करन, डॉ. मो.तलहा, डॉ.दया नंदन मणि व डॉ.अब्दुल समद इसका शोध किया है।

युवाओ की मांग, जल्द पूरा हो इंस्टीट्यूट का निर्माण

निर्माणाधीन सुपर स्पेशलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट में आयोजित कार्यक्रम के दौरान युवाओं ने कैंसर के मरीजों के लिए चिंता जताई है। इसके अलावा सपा की युवा छात्र नेता पूजा शुक्ला ने सीएम योगी से जल्द से जल्द कैंसर इंस्टीट्यूट का निर्माण कार्य पूरा कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि, उत्तर प्रदेश में हर साल लगभग 3 लाख कैंसर के मरीज हो रहे हैं। इस पर उन्होंने अपनी चिंता जाहिर की है।

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