इस देश के हाथ लगा सबसे बड़ा तेल का खजाना, क्या होगा दुनिया पर इसका असर

ईरान में कच्चे तेल का एक भंडार मिला है। इसकी जानकारी देते हुए ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी ने रविवार को बताया कि, उनके देश में करीब 50 अरब बैरल कच्चे तेल के भंडार की खोज हुई है।

Shreya
Published on: 11 Nov 2019 9:12 AM GMT
इस देश के हाथ लगा सबसे बड़ा तेल का खजाना, क्या होगा दुनिया पर इसका असर
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इस देश के हाथ लगा सबसे बड़ा तेल का खजाना, क्या होगा दुनिया पर इसका असर

ईरान: ईरान में कच्चे तेल का एक भंडार मिला है। इसकी जानकारी देते हुए ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी ने रविवार को बताया कि, उनके देश में करीब 50 अरब बैरल कच्चे तेल के भंडार की खोज हुई है। इस नए तेल भंडार के बाद ईरान के प्रमाणिक तेल भंडारों में करीब 30 प्रतिशत का इजाफा हो जाएगा। हालांकि, अमेरिका प्रतिबंधों के बीच ईरान को तेल की बिक्रि में मुश्किलें आएंगी।

दरअसल, बीते साल अमेरिका ने ईरान के साथ न्यूक्लियर डील को रद्द करके उस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे। जिसके बाद अब ईरान के सामने तेल बेचने की चुनौती खड़ी हो गई है।

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53 अरब बैरल की होगी बढ़ोत्तरी

ये ऑयल फील्ड ईरान के दक्षिणी कुजेस्तान प्रांत में स्थित है, जो कि ऑयल इंडस्ट्री के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। रोहानी ने कहा कि, इस कच्चे तेल के भंडार के मिलने के बाद ईरान के 150 अरब बैरल के प्रामाणिक तेल भंडार में 53 अरब बैरल की बढोत्तरी हो जाएगी।रोहानी ने आगे कहा कि, मैं व्हाइट हाउस को ये बताना चाहूंगा कि जब आप ईरान के तेल की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने में बिजी थे, तब हमारे देश के मजदूरों और इंजीनियरों ने 53 अरब बैरल का एक तेल भंडार खोज निकाला है।

दूसरा सबसे बड़ा ऑयल फील्ड

बता दें कि ईरान के पास दुनिया का चौथा सबसे बड़ा तेल भंडार है और साथ प्राकृतिक गैस का दूसरा सबसे बड़ा भंडार है।वहीं ये नया तेल भंडार ईरान का दूसरा सबसे बड़ा ऑयल फील्ड बन सकता है। ये नया तेल भंडार पूरे 2400 वर्ग किलोमीटर में फैला है और इसकी गहराई करीब 80 मीटर है।

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2015 में अमेरिका द्वारा ईरान के साथ रद्द की गई न्यूक्लियर डील के बाद इस समझौते में शामिल अन्य देश जर्मनी, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, और रुस इसे बचाने के लिए कई कोशिशे कर रहे हैं, लेकिन कोई भी फायदा नहीं हो रहा।

न्यूक्लियर डील रद्द होने के बाद से ईरान अपना परमाणु कार्यक्रम बढ़ाने की तरफ आगे कदम बढ़ा रहा है। इसके लिए ईरान ने एक अंडरग्राउंड फैसिलिटी में यूरेनियम भंडार एकत्रित करना भी शुरू कर दिया है।

बीते कुछ महीनों से खाड़ी में तेल टैंकरों और सऊदी के तेल संयंत्रों पर हमले हुए हैं, जिसके लिए अमेरिका ने ईरान को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि, तेहरान इन आरोपों को खारिज करता रहा है।

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