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किसानों का जुनून देखकर प्रशासन के हाथ पांव फूले, फिर हुआ ये वाकया

भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) द्वारा मंगलवार को एटा कलक्ट्रेट पर जिलाधिकारी को हटाने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया जा रहा है। समाचार लिखे जाने तक...

Deepak Raj
Published on: 28 Jan 2020 1:23 PM GMT
किसानों का जुनून देखकर प्रशासन के हाथ पांव फूले, फिर हुआ ये वाकया
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एटा। भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) द्वारा मंगलवार को एटा कलक्ट्रेट पर जिलाधिकारी को हटाने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया जा रहा है। समाचार लिखे जाने तक हालत तनावपूर्ण नजर आ रहे हैं। स्थिति को संभालने के लिए हालांकि जिला प्रशासन ने पीएसी की तैनाती की हुई है। किन्तु स्थिति कभी भी बेकाबू हो सकती है।

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भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठा. भानुप्रताप सिंह की भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने योगेश प्रताप सिंह प्रदेश अध्यक्ष, संतोष यादव महासचिव, पवन ठाकुर राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष, कुलदीप पांडेय के नेतृत्व में मंगलवार को जिले भर के हजारों किसानों ने एटा कलक्ट्रेट के धरना-प्रदर्शन स्थल व जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर जमकर हंगामा किया।

किसानों ने जमकर नारेबाजी व गाली गलौज की

वहीं उन्होंने जिलाधिकारी एटा सुखलाल भारती को हटाए जाने, किसानों को बिजली 10 घंटे के स्थान पर 24 घंटे दिये जाने, आवारा पशुओं पर अंकुश लगाने आदि की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी व गाली गलौज की।

किसानों का दबाव लगातार बढ़ने तथा एटा-आगरा मार्ग पर जाम जैसे हालात बनने पर जब प्रशासन ने सुरक्षा-व्यवस्था हेतु पीएसी तैनात की तो किसान आपे से बाहर हो गये तथा डीएम व एसएसपी को गाली-गलौज देते हुए नारेबाजी करने लगे।

किसानों ने जिलाधिकारी को तत्काल हटाए जाने की मांग की

किसान यूनियन अध्यक्ष भानू द्वारा दिए गए मांग पत्र में जिलाधिकारी को हटाए जाने सहित 22 मांगों की सूची प्रदेश सरकार को भेजी है। इसमें किसान पेंशन, किसान बीमा, आवारा गायों की समस्या, नहरों में नियमित पानी दिये जाने जैसी समस्याओं पर जिलाधिकारी एटा के कथित असहयोग का आरोप लगाते हुए उन्हें एटा से तत्काल हटाए जाने की मांग की गयी है।

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राष्ट्रीय अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह के नेतृत्व में आये नेताओं द्वारा अपनी मांगें पूरी न होने तक तथा आंदोलन को और उग्र करने की धमकी से स्थिति तनावपूर्ण हो गयी है।

संभावना जताई जा रही है कि यदि प्रदर्शनकारी इसी प्रकार हठधर्मी पर उतारू रहे तो जिला प्रशासन इन्हें हटाने के लिए लाठीचार्ज जैसी कार्यवाही भी करा सकता है। समाचार लिखे जाने तक प्रदर्शन जारी है।

Deepak Raj

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