TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

आयुर्वेद संकाय में हो सकती है फिरोज खान की नियुक्ति, दावेदारों की लिस्ट में सबसे आगे

आवेदकों की लिस्ट में फिरोज खान का नाम सामने आने और लिस्ट के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की खबरें आने लगी। बीएचयू प्राशासन की ओर से एक ट्वीट किया गया जिसमें कहा गया कि कोई भी व्यक्ति, कहीं भी और कितनी बार आवेदन कर सकता है।

SK Gautam
Published on: 23 Nov 2019 7:31 PM IST
आयुर्वेद संकाय में हो सकती है फिरोज खान की नियुक्ति, दावेदारों की लिस्ट में सबसे आगे
X

वाराणसी: बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में असिस्टेंट प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर विवाद थम गया है। दूसरी ओर फिरोज खान की आयुर्वेद संकाय में नियुक्ति की संभावना बढ़ गई है। दरअसल फिरोज खान ने आयुर्वेद संकाय के संहिता व संस्कृत विभाग के लिए। ही आवेदन किया है। खबरों के मुताबिक 10 आवेदनकर्ताओं की तैयार मेरिट लिस्ट में फिरोज खान पहले स्थान पर हैं।

ये भी देखें : नाड़ा नहीं था तो उद्धव को पाजामा पहनने का प्रयास नही करना चाहिए था- अमित जानी

आयुर्वेद संकाय में किया था आवेदन

फिरोज खान ने संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के साथ ही आयुर्वेद संकाय में भी आवेदन किया था। शनिवार को जब आवेदकों की लिस्ट वायरल हुई तो चर्चा का बाजार फिर से गर्म हो गया। खबरों के अनुसार 29 नवंबर को फिरोज खान सहित सभी आवेदकों का इनटरव्यू है। माना जा रहा है दावेदारों की लिस्ट में फिरोज खान का पलड़ा सबसे भारी है।

बीएचयू प्राशासन ने साधी चुप्पी

आवेदकों की लिस्ट में फिरोज खान का नाम सामने आने और लिस्ट के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की खबरें आने लगी। बीएचयू प्राशासन की ओर से एक ट्वीट किया गया जिसमें कहा गया कि कोई भी व्यक्ति, कहीं भी और कितनी बार आवेदन कर सकता है। हालांकि कुछ लोगों के मुताबिक फिरोज खान ने ये आवेदन इस पूरे प्रकरण के पहले ही किया था।

ये भी देखें : सूरज को उगने से रोकने का दावा करने वाले इस बाबा पर लड़की ने किया बड़ा खुलासा

छात्रों ने निकाला विरोध मार्च

फिरोज खान की नियुक्ति का विरोध कर रहे छात्रों ने विश्वविद्यालय से एक मार्च निकाला। छात्रों का मार्च रविन्द्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनसंपर्क कार्यालय पहुंचा, जहां छात्रों ने एक ज्ञापन दिया। छात्रों के अनुसार उन्होंने विश्वविद्यालय प्राशासन को 10 दिन का समय दिया। अगर उनकी मांगों का समाधान नहीं होता है तो वे फिर से आंदोलन करेंगे।

SK Gautam

SK Gautam

Next Story