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कांग्रेस नेता उदित राज के खिलाफ FIR, उन्नाव कांड में फैलाई थी ये अफवाह
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उन्नाव प्रकरण पर गलत या भ्रामक दुष्प्रचार करने वालों से सख्ती से निपटा जाए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करने वालों और भ्रामक चीजें फैलाने वालों पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए।
लखनऊ: उन्नाव में तीन किशोरियों को जहर देने के मामले में घटना के खुलासे के बाद पुलिस ने कांग्रेस नेता उदित राज पर सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी साझा करने के आरोप में उन्नाव सदर कोतवाली में एक एफआईआर दर्ज कराई है। उदितराज पहले भाजपा में थे और 2014 में भाजपा से सांसद भी रह चुके हैं।
दरअसल इस मामले में कई लोगों ने सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें फैलाने का काम किया जो सत्ता के केंद्र तक पहुंची जिसके बाद राजनीतिक दलों ने अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकनी शुरू कर दी।
CM योगी का आदेश, दुष्प्रचार करने वालों से सख्ती से निपटा जाए
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्नाव प्रकरण पर गलत या भ्रामक दुष्प्रचार करने वालों से सख्ती से निपटा जाए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करने वालों और भ्रामक चीजें फैलाने वालों पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके लिए योगी सरकार ने गृह विभाग को आदेश देते हुए साइबर विशेषज्ञों को भड़काऊ पोस्ट डालने वालों की तलाश तेज करने के आदेश दिए थे। इस मामले के तहत उदित राज के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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दरअसल उन्नाव जिले के असोहा थाने के बबुरहा गांव में 17 फरवरी की शाम खेतों में घास लेने गईं तीन दलित लड़कियों को एक खेत में संदिग्ध अवस्था में बेसुध पाया गया था। जिसके बाद उनका इलाज कराया गया पर इनमें से दो की मौत हो गयी तथा तीसरी का इलाज चल रहा है। शुक्रवार को यूपी पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए कहा था कि विनय नाम के एक युवक ने प्रेम प्रसंग के चलते एक लड़की को कीटनाशक दिया था जिसे बाकी दोनों लड़कियों ने भी पी लिया था।
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सोशल मीडिया पर उदित ने दिया था ऐसा बयान
बता दें कि इस मामले में कांग्रेस नेता उदित राज पीड़ित परिवार से मिलने गए थे, लेकिन जब पुलिस ने उन्हें मिलने नहीं दिया तो उन्होंने अपना बयान सोशल मीडिया पर जारी कर इस पूरे कांड को बलात्कार से जोड़ दिया और यह भी कहा कि राज्य सरकार पूरे मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।
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उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब लड़कियों ने जहर खाया तो फिर उनके हाथ-पैर क्यों बंधे हुए थे। दरअसल पुलिस पूरे मामले में लीपापोती कर रही है और असल मुद्दे को छिपा रही है। अब इस मामले का जब खुलासा हो चुका है तो पुलिस ने उन पर भड़काऊ पोस्ट के मामले पर एफआईआर दर्ज कराई है।
रिपोर्ट: श्रीधर अग्निहोत्री
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