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Ghazipur News: महिला सशक्तिकरण हुआ फेल, पीड़ित महिला को ही विवेचना अधिकारी ने उठाया फिर कोतवाल के संज्ञान में आने पर छोड़ा
Ghazipur News: एक तरफ प्रदेश के मुखिया महिला सशक्तिकरण चला कर महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को जड़ से समाप्त करने में लगे है तो वहीं उनकी पुलिस पीड़ित महिला को मुकदमे के झूठे आरोप में उठा कर थाने ले जा रही है।
Ghazipur News: एक तरफ प्रदेश के मुखिया महिला सशक्तिकरण चला कर महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को जड़ से समाप्त करने में लगे है तो वहीं उनकी पुलिस पीड़ित महिला को मुकदमे के झूठे आरोप में उठा कर थाने ले जा रही है। ये मामला गाजीपुर जनपद के ही सदर कोतवाली का है, जहां दुष्कर्म के प्रयास में मुकदमा दर्ज कराने के बाद दबंगों के सह पर विवेचना अधिकारी कामेश्वर त्रिपाठी ने पीड़ित युवती की मां को ही रात में उठा ले गई ।
कुछ दिन पहले का है मामला
कुछ दिन पहले सदर कोतवाली क्षेत्र के बीकापुर गांव में एक युवती के साथ गांव के दबंग किस्म का लड़का रात में सोते समय घर में घुसकर दुष्कर्म करने का प्रयास करने लगा। युवती द्वारा शोर करने के बाद उसकी मां ने बचाने का प्रयास करने लगी तो गांव के ही रामबिलास व उसके पुत्र ने महिला को मारने पिटने लगे। सविता ने आरोप लगाते हुए बताया की इस घटना की शिकायत डायल 112 पर की। शिकायत पर पहुंची पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया। पीड़ित महिला ने मीडिया को बताया की इस मामले में पुलिस कार्रवाई के बजाय हमारे उपर ही मामले में समझौता करने का दबाव बनाने लगी। सुलह नहीं करने पर मुकदमे में फ़ंसाने की पुलिस धमकी देने लगी। पीड़ित महिला ने बताया की थकहार कर उसने मुख्यमंत्री पोर्टल व संबंधित अधिकारियों से शिकायत कर दी। तब कहीं जाकर पुलिस हरकत में आई और 19 जुलाई को मुकदमा पंजीकृत कर मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया। जिसकी विवेचना करने के लिए कामेश्वर अधिकारी को नियुक्त किया गया ।
विवेचना अधिकारी कामेश्वर त्रिपाठी ने सुलह करने का बनाया दबाव
पीड़ित युवती की मां ने बताया कि विवेचना अधिकारी कामेश्वर त्रिपाठी ने रामबिलास यादव समय मिलीभगत कर हमारे ऊपर सुलह करने का दबाव बनाने लगा। सुलह नहीं करने पर हमारे खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करने की धमकी देने लगे। इसी बीच 13 तारीख की रात्रि करीब दो बजे पुलिस जाकर बगैर सुचना के उन्हें उठा लिया। इस घटना की सूचना पर जब जब रिश्तेदारों को हुआ तो कामेश्वर त्रिपाठी से सवाल करने कोतवाली पहुंचे, जहां कामेश्वर त्रिपाठी ने कहा की पिड़ित का नाम आयेगा तो पुलिस उठायेगी। इस संबंध में जब कोतवाल तेजबहादुर सिंह से मीडिया ने पुछा तो उन्होंने कहा की हमारे संज्ञान में ये मामला नहीं है। जब कोतवाल ने कामेश्वर त्रिपाठी से पुछा तो मामला सही निकला, जिस पर कोतवाल ने नराजगी जाहिर करते हुए पिड़ित महिला को छोड़ने को कहा। वहीं विवेचना कर आरोपी के उपर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।