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गोरखपुर-अयोध्या खण्ड शिक्षक MLC का चुनाव, मैदान में कुल 16 प्रत्याशी

गौरतलब है कि 1968 से हो रहे गोरखपुर -फैज़ाबाद खण्ड शिक्षक क्षेत्र के चुनावों में जहां आज तक सियासी दलों का खाता ही नहीं खुला वहीं कभी पांडेय गुट के पास रही ये सीट विगत 30 वर्षों से लगातार माध्यमिक शिक्षक संघ,शर्मा गुट के कब्जे में है।

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Published on: 29 Nov 2020 4:14 PM IST
गोरखपुर-अयोध्या खण्ड शिक्षक MLC का चुनाव, मैदान में कुल 16 प्रत्याशी
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गोरखपुर-अयोध्या खण्ड शिक्षक MLC का चुनाव, मैदान में कुल 16 प्रत्याशी (Photo by social media)

अम्बेडकर नगर: आगामी एक दिसंबर को गोरखपुर-अयोध्या खण्ड शिक्षक क्षेत्र के नौवें चुनाव में सेहरा किसके माथे बंधेगा, यह तो तीन दिसंबर को मतगणना के पश्चात ही पता चलेगा किन्तु कयास यही लगाए जा रहे हैं कि निवर्तमान एमएलसी ध्रुवकुमार त्रिपाठी सम्भव है कि हैट्रिक बनाने में कामयाब हो जायें।

गौरतलब है कि 1968 से हो रहे गोरखपुर -फैज़ाबाद खण्ड शिक्षक क्षेत्र के चुनावों में जहां आज तक सियासी दलों का खाता ही नहीं खुला वहीं कभी पांडेय गुट के पास रही ये सीट विगत 30 वर्षों से लगातार माध्यमिक शिक्षक संघ,शर्मा गुट के कब्जे में है।

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जिसमें कुल 16 प्रत्याशी इसबार भाग्य आजमा रहे हैं

ध्यातव्य है कि 1968-74 तक आर.ऍन ठकुराई,1974-80 माया ओझा,1984-90 तक शिवाकांत ओझा जैसे धाकड़ पांडेय गुट से प्रतिनिधि के रूप में इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं। जबकि 1990-96 तक शर्मा गुट के रवींद्र मिश्र,1996-2007 तक लगातार दो बार कद्दावर शिक्षक नेता पंचानन राय एवम 2008-2020 तक निवर्तमान एमएलसी ध्रुवकुमार त्रिपाठी भी लगातार दो बार जीत दर्जकर तीसरी बार मैदान में हैं।1980 -84 के बीच इस सीट ओर चुनाव नहीं हो सका था।इस लिहाज से गोरखपुर-फैज़ाबाद खण्ड शिक्षक क्षेत्र का ये नौवां चुनाव है। जिसमें कुल 16 प्रत्याशी इसबार भाग्य आजमा रहे हैं।

उन्हें लड़ाई में हाशिये पर ले जाता दिख रहा है

काबिले गौर है कि चुनाव से ठीक पहले इस शिक्षक क्षेत्र के विभिन्न जिलों में शर्मा गुट के अनेक कद्दावर शिक्षक नेता संघ से नाराज हो स्वतंत्र राजनीति कर रहे थे किंतु संघीय प्रतिबद्धता के चलते चुनाव के समय सबका पुनः ध्रुवकुमार त्रिपाठी के पक्ष में लामबंद होना ही इस चुनाव का टर्निंग पॉइन्ट है जिसके चलते त्रिपाठी अन्य सभी प्रत्याशियों से आगे दिख रहे हैं। जबकि अन्य दलों और संघों में बिखराव तथा खराब चुनाव प्रबन्धन कहीं न कहीं उन्हें लड़ाई में हाशिये पर ले जाता दिख रहा है। यहां यह बात भी महत्त्वपूर्ण है कि चेतनारायण गुट द्वारा कद्दावर शिक्षक नेता और प्रांतीय उपाध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी को इस सीट से प्रत्याशी न बनाना भी ध्रुव कुमार का प्लस पॉइन्ट है।

चेतनारायण गुट द्वारा आज़मगढ़ के ऐसे प्रत्याशी को मैदान में उतारा गया है जिन पर बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं में हेरफेर और कि इसके चलते जेल जाने का भी दाग है।कदाचित इस सीट से मौजूदा स्नातक एमएलसी देवेंद्र कुमार सिंह से उनका छत्तीस का आंकड़ा भी उन पर भारी पड़ रहा है।अलबत्ता चुनाव के ठीक तीन दिन पहले चेतनारायण गुट के नेताओं द्वारा भले ही उनके समर्थन में प्रचार किये गए किन्तु स्नातक एमएलसी द्वारा वित्तविहीन प्रत्याशी अजय सिंह का समर्थन करने से चेतनारायण गुट का बिखराव सतह पर दिखने लगा है।मजेदार बात यह भी है कि कभी चेतनारायण गुट के बड़े नेताओं में शुमार राम जन्म सिंह भी अपने संघ के साथ इस बार भी इसी सीट से मैदान में हैं।

पिछली बार द्वितीय स्थान पर रहे लाल बिहारी यादव इस बार बनारस सीट से उम्मीदवार हैं

माध्यमिक शिक्षक संघ,अम्बेडकर नगर के जिलाध्यक्ष उदयराज मिश्र के अनुसार इस बार इस सीट से स्वयम निवर्तमान एमएलसी ध्रुवकुमार त्रिपाठी,विभ्रात चंद कौशिक,सपा के अवधेश यादव,कांग्रेस और वित्त विहीन प्रत्याशी नागेंद्र दत्त त्रिपाठी,देशबंधु शुक्ल,रामजन्म सिंह,रामप्रताप राम,रमेश कुमार विमल,अनिल कुमार गौतम,लाल बहादुर यादव,राजीव यादव,अरुण सिंह,नरेंद्र सिंह,नागेंद्र प्रताप सिंह और अनिल कुमार श्रीवास्तव सहित कुल 16 प्रत्याशी मैदान में हैं जिनके भाग्य का फैसला 40164 मतदाता करेंगें। पिछली बार द्वितीय स्थान पर रहे लाल बिहारी यादव इस बार बनारस सीट से उम्मीदवार हैं।

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मिश्र के अनुसार माध्यमिक शिक्षकों के साथ साथ राजकीय,मदरसा,संस्कृत,सीबीएसइ, प्राविधिक और महाविद्यालयी शिक्षक संघों के समन्वित प्रत्याशी ध्रुव कुमार इस बार लगातार तीसरी दफा इस सीट से परचम लहरायेंगे।उन्होंने शिक्षकों से श्री त्रिपाठी को प्रथम वरीयता का मत देते हुए विजयी बनाने की अपील भी की है।

रिपोर्ट- मनीष मिश्रा

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