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नेपाल के और करीब आया गोरखपुर विकास प्राधिकरण, शामिल हुए 233 नए गांव
गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) का दायरा अब बढ़कर कैंपियरगंज तहसील क्षेत्र के तहत आने वाली कुछ ग्राम पंचायतों तक पहुंच गया है। ऐसे में प्राधिकरण नेपाल बॉर्डर से और करीब हो गया है। जीडीए के सीमा विस्तार को शासन की मंजूरी मिलने के बाद सोमवार को इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है।
गोरखपुर: गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) का दायरा अब बढ़कर कैंपियरगंज तहसील क्षेत्र के तहत आने वाली कुछ ग्राम पंचायतों तक पहुंच गया है। ऐसे में प्राधिकरण नेपाल बॉर्डर से और करीब हो गया है। जीडीए के सीमा विस्तार को शासन की मंजूरी मिलने के बाद सोमवार को इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है।
प्राधिकरण क्षेत्र में शामिल हुए
प्राधिकरण के दायरे में जो एरिया आता है उसका वर्तमान क्षेत्रफल 284.96 वर्ग किलोमीटर है। इसमें 356.77 वर्ग किलोमीटर का और इजाफा हुआ है जिसके बाद अब प्राधिकरण के तहत कुल 641.73 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्रफल आएगा। राजस्व ग्रामों की बात करें तो प्राधिकरण की सीमा में अभी तक 86 राजस्व ग्राम आते थे। अब 233 और राजस्व ग्राम जुड़ गए हैं। यानी प्राधिकरण के दायरे में अब कुल 319 राजस्व ग्राम आएंगे। इसी तरह पहले नगर निकाय के तौर पर सिर्फ नगर निगम ही जीडीए के तहत आता था अब इनकी संख्या चार हो गई है। पिपराइच, पीपीगंज और मुंडेरा बाजार नगर पंचायतें भी अब प्राधिकरण क्षेत्र में शामिल हो गई हैं।
2019 से ही चल रहा प्रयास
गोरखपुर विकास प्राधिकरण के सीमा विस्तार के लिए पिछले साल यानी 2019 से ही प्रयास चल रहा है। 12 जून 2019 को ही प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया था। बाद में शासन के निर्देश पर हिंदी के साथ ही अंग्रेजी भाषा में भी प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास से करीब दो महीने पहले कैबिनेट ने भी इसे अपनी मंजूरी दे दी थी जिसके बाद नोटिफिकेशन जारी करने की दिशा में काम शुरू हो गया था जो सोमवार को पूरा हो गया। जीडीए सचिव राम सिंह गौतम ने कहा कि जीडीए के सीमा विस्तार का नोटिफिकेशन हो गया है हालांकि अभी नोटिफिकेशन की कॉपी नहीं मिल पाई है लेकिन शासन से जानकारी मिल गई है। प्राधिकरण क्षेत्र में 233 राजस्व ग्राम और बढ़े हैं यानी अब कुल संख्या 319 हो गई है। इसी तरह नगर निकायों की संख्या भी चार हो गई है।
अब जीडीए को लैंड बैंक की कमी नहीं पड़ेगी
वर्तमान में जीडीए लैंड बैंक की कमी से जूझ रहा था। प्राधिकरण के पास अब खोराबार और मानबेला में ही एकमुस्त जमीन थी। इन दोनों जगहों पर भी विवाद चल रहा है। एक दशक से लटका मानबेला का मामला अभी पूरी तरह नहीं सुलझ सका है तो खोराबार में कुछ काश्तकारों ने अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी होने के बाद भी जमीन बेच दी। बड़ी संख्या में वहां कब्जा भी है। ऐसे में प्राधिकरण का दायरा दोगुने से भी अधिक बढ़ जाने से अब प्राधिकरण को किसी भी आवासीय एवं व्यावसायिक परियोजनाओं में जमीन की कमी आड़े नहीं आएगी।
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अब चार नगर निकाय प्राधिकरण की सीमा में
नगर निगम के अलावा पिपराइच, पीपीगंज और मुंडेरा बाजार नगर पंचायत भी अब जीडीए की सीमा में शामिल हो गए हैं। जीडीए की तरफ से तैयार प्रस्ताव के मुताबिक प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाला नगर निगम का एरिया 14101.60 हेक्टेअर है। इसमें 1लाख 12हजार 237 घर हैं जबकि आबादी 6 लाख73 हजार 446 है। इसी तरह पिपराइच का कुल एरिया 800 हेक्टेअर,घर 2636 और आबादी 15621 है। वहीं कैंपियरगंज नगर पंचायत का एरिया 600 हेक्टेअर, घर 2300 और आबादी 13517 है। मुंडेरा बाजार नगर पंचायत का एरिया 600 हेक्टेअर,घर 1683 और आबादी10818 है।
पूर्णिमा श्रीवास्तव
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