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Gorakhpur news: ध्वस्त होगा 135 साल पहले बना गोरखपुर रेलवे स्टेशन, 612 करोड़ खर्च कर अब ऐसा दिखेगा

Gorakhpur news: गोरखपुर जंक्शन का पुनर्विकास 612 करोड़ रुपये की लागत से होगा। जंक्शन के मुख्य भवन में गोरखनाथ मंदिर का अक्स दिखेगा। स्टेशन देखकर साफ हो जाएगा कि हम गोरक्षनगरी में आ गए हैं।

Purnima Srivastava
Published on: 31 March 2023 5:29 PM GMT
Gorakhpur news: ध्वस्त होगा 135 साल पहले बना गोरखपुर रेलवे स्टेशन,  612 करोड़ खर्च कर अब ऐसा दिखेगा
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gorakhpur railway station

Gorakhpur news: चंद दिनों पहले तक देश के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफार्म का ओहदा हासिल करने वाले गोरखपुर रेलवे स्टेशन का कायाकल्प होने वाला है। रेलवे स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग को अब ध्वस्त किया जाएगा। अब गोरखपुर जंक्शन का पुनर्विकास 612 करोड़ रुपये की लागत से होगा। जंक्शन के मुख्य भवन में गोरखनाथ मंदिर का अक्स दिखेगा। स्टेशन देखकर साफ हो जाएगा कि हम गोरक्षनगरी में आ गए हैं।

एयरपोर्ट की तर्ज पर बनेगा स्टेशन

प्रोजेक्ट के हर बिंदु को लेकर गुरुवार को पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक चंद्रवीर रमण ने एनेक्सी भवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने जंक्शन के पुर्नविकास का पूरा मॉडल पेश किया और उनका मार्गदर्शन मांगा। इसके पूर्व गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के प्रस्ताव को गोरखपुर स्मार्ट सिटी के साथ जोड़कर आगे की कार्ययोजना बनाने की बात कही। शुक्रवार को पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने रेलवे स्टेशन के नये मॉडल मॉडल को मीडिया के सामने प्रस्तुत किया। रेल मंत्रालय के पुनर्विकास योजना के तहत गोरखपुर जंक्शन को एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया जाना है। योजना के मुताबिक स्टेशन भवन पर यहां के ऐतिहासि‌क धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व वाले स्थानों का अक्स देखने को मिलेगा।

ऊपर प्लाजा, नीचे से गुजरेंगी ट्रेनें

प्लेटफॉर्म के ऊपर रूफ प्लाजा बनेगा। नीचे से ट्रेनें आएंगी-जाएंगी और ऊपर शापिंग मॉल, रेस्टोरेंट, मनोरंजन के साधन उपलब्ध रहेंगे। इससे सभी प्लेटफॉर्म को जोड़ा जाएगा और हर जगह एस्केलेटर लगाए जाएंगे। इसी प्रकार स्टेशन के उत्तरी गेट से सीधे प्लेटफार्म नंबर नौ, आठ और सात पर पहुंच जाएंगे। प्लेटफार्मों तक पहुंचने वाले यात्रियों के लिए उत्तरी गेट से प्लेटफार्म नंबर नौ के ऊपर बनने वाले रूफ प्लाजा तक फ्लाईओवर बनेगा। मुख्य परियोजना प्रबंधक/गति शक्ति राघवेन्द्र कुमार ने सौंदर्यीकरण के प्रस्ताव के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एयरपोर्ट की तर्ज पर रेलवे स्टेशन पर एयर कनकोर्स के साथ मल्टी लेवल पार्किंग, फूड प्लाजा शापिंग माल, होटल, अस्पताल के साथ आने वाले एवं जाने वाले यात्रियों के आवागमन के लिए अलग-अलग व्यवस्था रहेगी। इसके अतिरिक्त रेलवे स्टेशन को बस स्टैन्ड एवं भविष्य में बनने वाले मेट्रो स्टेशन के साथ जोड़ने का प्रस्ताव है।

बड़ी आबादी गोरखपुर स्टेशन से पकड़ती है ट्रेन

गोखपुर रेलवे स्टेशन से पूर्वी उप्र की बहुत बड़ी आबादी यात्रा करती है। गोरखुपर रेलवे स्टेशन से गोरखपुर के साथ देवरिया, बस्ती, सन्तकबीरनगर, महराजगंज नेपाल एवं पूर्वी बिहार की जनता भी यात्रा करती है। स्टेशन पर एयरपोर्ट की तरह प्री-पेड टैक्सी की व्यवस्था कराने के साथ ही ई-रिक्शा का पंजीकरण कराकर व्यवस्था बनाने की बात कही जा रही है। स्ट्रीट वेन्डर को अच्छी सुविधाएं देंने और स्थान चिन्हित कर जगह उपलब्ध कराने की बात की जा रही है।

138 साल पहले बनी थी गोरखपुर रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग

गोरखपुर रेलवे स्टेशन का निर्माण 1885 में हुआ था। उस दौरान सोनपुर से छपरा, गोरखपुर होकर मनकापुर तक मेन लाइन बिछाई गई थी। स्टेशन की इमारत एक मंजिला थी और आधा दर्जन कमरे थे। टाइल वाली छत थी। पूर्वी छोर पर स्थित कमरा रिफ्रेशमेंट रूम था। स्टेशन मास्टर के कार्यालय के सामने प्लेटफॉर्म पर एक चार लीवर फ्रेम, सामने वाले बिंदुओं पर चार घरेलू संकेतों को नियंत्रित करता था। उस समय केवल बिजली से जगमगाते बंगले एजेंट और लोको सुपरिंटेंडेंट के थे और लाइटें एजेंट के परिसर में एक छोटे से प्लांट से आती थी, जिसे उन्होंने अपने खर्च पर लगाया था। यात्रियों के बैठने के लिए एक वेटिंग रूम था। जबकि अंग्रेजों के लिए वीआईपी रूम भी था। जिसमें किसी और को जाने की इजाजत नहीं थी।

Purnima Srivastava

Purnima Srivastava

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