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वैज्ञानिक कोरोना संक्रिमतों को पहचानने वाला यंत्र बनाये: आनंदीबेन पटेल

डा. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ के स्थापना दिवस समारोह को वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से सम्बोधित करते हुए रविवार को राज्यपाल ने कहा कि स्थापना दिवस समारोह आत्ममंथन का अवसर होता है।

Newstrack
Published on: 26 July 2020 5:07 PM IST
वैज्ञानिक कोरोना संक्रिमतों को पहचानने वाला यंत्र बनाये: आनंदीबेन पटेल
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों एवं शोधार्थियों का आह्वान किया है कि वे इस सम्भावना पर कार्य करें कि जिस तरह से सीसीटीवी मानव के प्रत्येक गतिविधि को अपने कैमरे में कैद कर लेता है, ठीक उसी तरह का यंत्र विकसित करें जो भीड़-भाड़ वाले स्थान पर चलने वालों में से कोरोना ग्रस्त उच्च ताप वाले व्यक्ति की पहचान कर सके ताकि उसे तत्काल वहां से अलग किया जा सके।

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स्थापना दिवस समारोह आत्ममंथन का अवसर

डा. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ के स्थापना दिवस समारोह को वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से सम्बोधित करते हुए रविवार को राज्यपाल ने कहा कि स्थापना दिवस समारोह आत्ममंथन का अवसर होता है। आत्ममंथन से कमियों को दूर कर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय डा. कलाम के सपनों के अनुरूप उच्चकोटि के शोध कार्यों को करे। शोध आज की आवश्यकता है और यही देश और दुनिया को बचायेंगे।

उन्होंने कहा कि आज के इस दौर में देश का विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जब हम तकनीक और शोध के क्षेत्र में बेहतर करेंगे तभी हम विश्व के समक्ष खड़े हो सकेंगे। वोकल फार लोकल को देखते हुए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना आवश्यक है तभी देश आगे बढ़ेगा। हमारे विश्वविद्यालयों को रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम पर विशेष ध्यान देना होगा।

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जनसंख्या की दृष्टि से यूपी विशाल प्रदेश

राज्यपाल ने कहा कि जनसंख्या की दृष्टि से यूपी विशाल प्रदेश है। इस जनसंख्या में एक बड़ा भाग हमारे युवाओं का है, जिन्हें उच्च और तकनीकी युक्त शिक्षा प्रदान करना सरकार तथा हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमारे विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के इस युग मंे स्थापित होने के लिये विशेष प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण उच्च शिक्षा सहित सभी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। उच्च शिक्षा में गुणवत्ता वृद्धि के लिये सत्त प्रयास करने के लिए आज तकनीकी संसाधनों का प्रयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमें आज की परिस्थितियों के अनुसार आॅनलाइन शिक्षा पर ध्यान देना होगा।

राज्यपाल ने दी बधाई

संबोधन से पूर्व राज्यपाल ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय की देखरेख में चलने वाले शैक्षिक चैनल ‘स्वयं प्रभा’ का उद्घाटन किया। इस चैनल पर विद्यार्थियों के लिए डिजिटल कंटेंट 24 घंटे में 03 बार शाम 4 बजे, रात 12 बजे तथा सुबह 8 बजे प्रसारित होगा। इसके अलावा राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र तथा राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी को विश्वविद्यालय के लिए एक डिजिटल मोबाइल वैन सांसद निधि से उपलब्ध कराने के लिए बधाई दी।

रिपोर्ट- मनीष श्रीवास्तव, लखनऊ

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