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KGMU के दीक्षान्त समारोह में राज्यपाल ने किया मेधावियों को सम्मानित
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि चिकित्सालयों के निरीक्षण के दौरान कुछ रोगियों द्वारा मेरे संज्ञान में लाया गया कि उनसे इलाज के पैसे मांगे जाते है। साथ ही उन्होंने इसे चिन्तनीय और निन्दनीय बताते हुए कहा कि गलती एक की होती लेकिन बदनामी पूरे संस्थान की होती है। चिकित्सालय प्रशासन को इस बात पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि चिकित्सालयों के निरीक्षण के दौरान कुछ रोगियों द्वारा मेरे संज्ञान में लाया गया कि उनसे इलाज के पैसे मांगे जाते है।
साथ ही उन्होंने इसे चिन्तनीय और निन्दनीय बताते हुए कहा कि गलती एक की होती लेकिन बदनामी पूरे संस्थान की होती है। चिकित्सालय प्रशासन को इस बात पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के 15वें दीक्षान्त...
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के 15वें दीक्षान्त समारोह में शुक्रवार को राज्यपाल ने कहा कि देश की अधिकांश जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है, जो जानकारी के अभाव में मंहगे इलाज होने की वजह से चिकित्सा विज्ञान की प्रगति का पूरा लाभ नहीं उठा पा रहा है।
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इसके साथ में उन्होंने कहा कि इन्हें चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में हमारे चिकित्सकों को विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों एवं वृद्धों पर अत्यधिक ध्यान देना चाहिए।
ध्यान आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना...
उन्होंने किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के चिकित्सकों का ध्यान आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की ओर आकृष्ट करते हुए कहा कि समाज के गरीब और वंचित परिवारों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान देंगे।
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राज्यपाल ने रोगी एवं चिकित्सक के संबंधों के विषय में चिकित्सा छात्रों का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि चिकित्सक बदलते परिवेश में रोगी-चिकित्सक के संबंध में हो रहे परिवर्तनों को जरूर पहचानें क्योंकि रोगी की अपेक्षा होती है कि वह यथाशीघ्र स्वस्थ हो जाए, ऐसी दशा में रोगी की इस मानसिकता को उसके उपचार में शामिल करना होगा।
उन्होंने चिकित्सकों को याद दिलाया कि उनका पेशा परोपकार से जुड़ा है, जहां रोगी उनको भगवान का दर्जा देता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को इस दर्जे का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने विश्वविद्यालय के चिकित्सकों एवं भावी चिकित्सकों से अपेक्षा की कि वे अपनी चिकित्सा सेवा में रोगी से पारस्परिक संवाद को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे।
छात्राओं द्वारा स्नातक स्तर पर छात्रों से अधिक मेडल प्राप्त करने पर खुशी व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह महिला सशक्तीकरण का एक ज्वलन्त उदाहरण है। उन्होंने इन छात्राओं से अपेक्षा की कि वे बालिकाओं के समग्र स्वास्थ्य की ओर विशेष ध्यान देंगी तथा ग्रामीण महिलाओं में कुपोषण एवं विभिन्न बीमारियों के संबंध में जागरूकता पैदा करेंगी।
छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित...
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दीक्षान्त समारोह में राज्यपाल ने विभिन्न विषयों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल एवं उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया तथा उनके भावी सुखमय जीवन के लिये शुभकामनाएं दीं।
इस बार एमएमबीएस की डॉ आकर्षि गुप्ता ने यूजी में चांसलर मेडल सहित 16 गोल्ड मेडल के साथ सबसे ज्यादा मेडल जीतकर टॉप किया है, जबकि दूसरे नम्बर पर रहीं डॉ सना मोहसिन सना ने हीवेट मेडल के साथ 10 गोल्ड मेडल जीते हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद...
खास बात यह है कि पहले तय हुआ था कि मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आयेंगे लेकिन किन्हीं कारणोवश उनका कार्यक्रम बदल गया। राज्यपाल के आदेश पर पहली बार ऐसा हो रहा है कि दीक्षांत समारोह में कक्षा 5 के करीब 50 बच्चे भी शामिल हो रहे हैं। जो दीक्षांत समारोह में मेधावी छात्रों को मेडल और सम्मानित होता देख अपने जीवन में भी आगे बढ़ने की प्रेरणा लेंगे।
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मेधावियों की सूची...
मेधावियों की सूची में डॉ शालिनी सिंह, डॉ पुनीत प्रकाश, डॉ सौरभ गुप्ता, डॉ सागरिका महापात्रो, डॉ समीर एम हालागेरी, डॉ समर्थ अग्रवाल, डॉ सौरव प्रधान, डॉ परमिन्दर सिंह मंघेरा, डॉ ज्योति, डॉ विकास जानू, डॉ प्रतिभा सिंह, डॉ शशांक कुमार, डॉ चंद्रमौलि मिश्र, डॉ सुगंधी शर्मा, डॉ शिखा आनंद, डॉ खुशबू पाण्डेय, डॉ रोहिन के सैनी, डॉ उमेश चंद्र त्रिपाठी, डॉ आकाश खण्डेलवाल, डॉ कुंतल कुमार सिन्हा, डॉ नीतिका पाण्डेय, डॉ नईम शरीफ, डॉ चंद्र शेखर पाण्डेय, डॉ आशुतोष कपूर, डॉ अभिलाषा सिन्हा, डॉ तान्या दीक्षित, डॉ बापी बर्मन, डॉ अंजलि सचान, डॉ जयदेव एस, डॉ कृष्ण कुमार चैबे, डॉ नूपुर श्रीवास्तव, डॉ स्वाती प्रियदर्शिनी, डॉ अनामिका दास, डॉ आफताब अहमद अंसारी, डॉ निशांत कुमार जायसवाल, डॉ शैफाली गोयल, डॉ मीनाक्षी वी, डॉ अंशु और डॉ एसके दास के नाम भी शामिल हैं।