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आइए जानते हैं ऐसे राज्यपाल, जो हो रहे हैं रिटायर !
यूपी के राज्यपाल रामनाईक का कार्यकाल अगले महीने यानी कि 21 जुलाई को खत्म हो रहा है। अब सवाल इस बात का है कि रामनाईक का कार्यकाल अगले पांच सालों के लिए क्या बढ़ाया जाएगा अथवा यूपी को कोई नया राज्यपाल मिलेगा।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: यूपी के राज्यपाल रामनाईक का कार्यकाल अगले महीने यानी कि 21 जुलाई को खत्म हो रहा है। अब सवाल इस बात का है कि रामनाईक का कार्यकाल अगले पांच सालों के लिए क्या बढ़ाया जाएगा अथवा यूपी को कोई नया राज्यपाल मिलेगा। एक खास बात और है और वह ये कि केवल यूपी में ही नहीं बल्कि देश के 10 राज्य ऐसे हैं जहां के राज्यपालों का कार्यकाल अगले एक दो महीने में पूरा होने जा रहा है।
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यूपी के अलावा नागालैण्ड गुजरात, और पश्चिम बंगाल ऐसे राज्य हैं, जहां के राज्यपालों का कार्यकाल जुलाई के अंत तक ही खत्म हो जाएगा। भाजपा में ऐसे कई नेता है जिन्होंने लोकसभा का चुनाव नहीं लडा था और वह राज्यपाल की रेस में आगे बताए जा रहे हैं। ऐसे नेताओं में सुमित्रा महाजन उमा भारती, सुषमा स्वराज, सुमित्रा महाजन, कलराज मिश्र, करिया मुंडा, भगत सिंह कोश्यारी और बंडारू दत्तात्रेय आदि शामिल हैं। इस साल जुलाई से लेकर दिसंबर महीने तक 10 राज्यों के राज्यपाल सेवानिवृत्त होंगे। इसे लेकर राजनीतिक क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गरम है।
2014 में जब नरेन्द्र मोदी ने देश की सत्ता संभाली थी तो यूपीए सरकार के राज्यपालों को उनके पद से हटाकर भाजपा से जुडे नेताओं को राज्यपाल बनाया गया था। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री राम नाइक को यूपी, ओपी कोहली को गुजरात, केसरीनाथ त्रिपाठी को पश्चिम बंगाल, बलराम दास टंडन को छत्तीसगढ़. पद्मनाभ आचार्य को नगालैंड का राज्यपाल बनाया था।
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अब देखते है कि किसका कार्यकाल कब खत्म हो रहा है उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक का भी 21 जुलाई को गुजरात के राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली का कार्यकाल 15 जुलाई को . नगालैंड के राज्यपाल पद्मनाभ आचार्य भी 19 जुलाई को रिटायर हो रहे हैं. . वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी का का कार्यकाल 23 जुलाई को पूरा हो रहा है।
इसके अलावा अगस्त और सितंबर महीने में भी एनडीए सरकार द्वारा नियुक्त चार राज्यपालों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इसमें महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. विद्यासागर राव 30 अगस्त, गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा 31 अगस्त, कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला 1 सितंबर को और राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह 4 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस पी. सदाशिवम 5 सितंबर को केरल के राज्यपाल के पद से मुक्त हो रहे हैं।
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राम नाइक जब यूपी के राज्यपाल बने थ। तब उनकी उम्र 80 साल थी. इस लिहाज से नाइक अब 85 साल के हो गए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि राम नाइक का इस बार राज्य बदल दिया जाए। ओपी कोहली भी जब गुजरात के राज्यपाल बने थे तब उनकी उम्र 78 साल की थी. इस लिहाज से वह भी अब 83 साल के हो गए हैं। केसरीनाथ त्रिपाठी पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बने थे। तब उनकी उम्र 79 साल की थी इस लिहाज से त्रिपाठी अब 84 साल के हो गए हैं। लेकिन, बंगाल में भी विधानसभा के चुनाव हैं और बीजेपी के लिए वह एक महत्वपूर्ण राज्य है। इस लिहाज से देखें तो केशरी नाथ त्रिपाठी का कार्यकाल बढ़ाया भी जा सकता है।
जनसंघ के बलरामदास टंडन को भी मोदी सरकार ने साल 2014 में छत्तीसगढ़ राज्यपाल बनाया था, लेकिन पिछले साल 14 अगस्त को बलरामदास टंडन का निधन हो गया था। टंडन के निधन के बाद गुजरात की पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल बनाया गया था। नागालैंड के राज्यपाल पद्मनाभ आचार्य भी अब 87 साल के हो गए हैं और उनका भी कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
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आंध्रप्रदेश के राज्यपाल ई. एस. एल. नरसिम्हन का भी इसी साल दिसंबर में 10 साल का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। नरसिम्हन यूपीए सरकार द्वारा नियुक्त अकेले राज्यपाल हैं जो अभी तक अपनी सेवा दे रहे हैं। नरसिम्हन देश में सबसे लंबे समय तक काम करने वाले राज्यपाल भी बन गए हैं। आंध्र के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के साथ निकटता के कारण वह लंबे समय तक टिके रहे।
राज्यपाल की नियुक्ति पूर्ण राज्यों में होती है तथा केंद्र प्रशासित प्रदेशों में उपराज्यपाल की नियुक्ति होती है। देश में 7 केंद्र शासित राज्य हैं, जिनमें से 3 केंद्र शासित राज्यों में उप राज्यपाल का पद है। अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह ,दिल्ली और पुडुचेरी बाकी में चार केंद्र शासित राज्यों में प्रशासक होते है। वहां पर उप राज्यपाल का पद नहीं होता है वह 4 केंद्र शासित राज्य हैं चंडीगढ़, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली, लक्ष्यदीप शामिल हैं।