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Hapur News: मर्यादित वस्त्र पहनकर ही गंगा आरती में शामिल हों श्रद्धालु

Hapur News: गंगा आरती कमेटी के सदस्य कपिल नागर ने कहा कि कुछ श्रद्धालुओं का पहनावा आरती स्थल के नजरिए से शोभनीय नहीं था। मन्दिर जाते हैं तो मर्यादित वस्त्र पहनकर जाएं। उन्होंने आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि मन्दिर आएं तो उस तरह के वस्त्र और आभूषण पहनें, जिससे उस स्थल की मर्यादा बनी रहे।

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Published on: 7 July 2023 2:47 PM GMT
Hapur News: मर्यादित वस्त्र पहनकर ही गंगा आरती में शामिल हों श्रद्धालु
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Ganga Aarti Committee said people should attend the Aarti by wearing only modest clothes

Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर तीर्थनगरी के ब्रजघाट गंगा नगरी संध्याकाल में होने वाली गंगा आरती में उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के कोने-कोने से आराध्य के दर्शन करने के लिये श्रद्धालु आते हैं। इसलिए देश की बदलती संस्कृति को बचाने के लिए अब गंगा आरती समिति के पदाधिकारी भी आगे आ रहे हैं। उन्होंने गंगा आरती में अमर्यादित कपड़े पहनकर दर्शन करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। आरती स्थल के मुख्य स्थान पर बैनर लगाकर मर्यादित कपड़े पहनकर गंगा आरती में शामिल होने की अपील की है।

मां गंगा की आरती में शामिल हो तो मर्यादा बनाए रखें

गंगा की प्रसिद्ध आरती में हर दिन सैकड़ों भक्त आरती की एक झलक पाने के लिए आतुर रहते हैं। पर देखा गया है कि काफी श्रद्धालु आरती में अमर्यादित कपड़े पहनकर प्रवेश करते हैं। इससे आरती की प्रतिष्ठा पर ठेस पहुँचती है। पिछले माह हापुड़ के दो और गढ़मुक्तेश्वर नगर मुक्तेश्वरा महादेव मन्दिर में बैनर लगाकर लोगों से अपील की गई थी कि वे मर्यादित कपड़े पहनकर भगवान के मंदिर में प्रवेश करें। अमर्यादित कपड़े पहनकर आने पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। वहीं अब गंगा आरती में अमर्यादित कपड़े पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

आरती स्थल पर लगाए जाएंगे बोर्ड

गंगा आरती स्थल के मुख्य गेट से प्रवेश करते ही एक बोर्ड लगा नजर आएगा। इस पर लिखा जाएगा कि आरती स्थल में मर्यादित वस्त्र ही डालकर आए।
गंगा आरती कमेटी के सदस्य कपिल नागर ने बताया कि यह तीर्थ स्थल है। यहाँ माँ गंगा की आरती संध्याकालीन में प्रतिदिन की जाती है। इस जगह की अलग ही मर्यादा है। उस मर्यादा का हम सभी को पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ श्रद्धालुओं का पहनावा आरती स्थल के नजरिए से शोभनीय नहीं था। जब शादी में जाते हैं, अलग वस्त्र पहनते हैं। होली खेलते हंै तो अलग वस्त्र पहनते हैं। मन्दिर जाते हैं तो मर्यादित वस्त्र पहनकर जाएं। उन्होंने आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि मन्दिर आएं तो उस तरह के वस्त्र और आभूषण पहनें, जिससे उस स्थल की मर्यादा बनी रहे।

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